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________________ गुट के एवं संग्रह अन्य ] [ २६७ ६०५. गुटका नं० १०४ . पत्र संख्या - साइज-txt च । भाषा-संस्कृत । लेखन काल-x | पूर्ण विशेष-सकलीकरग्यविधान, हवनविधि, तथा पुजा संग्रह है। ६०६. गुटका नं: १०५-पत्र संख्या--१२० : साइज-५:४५३ इन्च | भाषा-हिन्दी संस्कृत । लेखन काल-X । पूर्ण । विशेष – नित्य नियम पूजायें अादि हैं। ६०७. गुटका नं० १०६-पत्र संख्या-- १ | सा-५Xइन । भाषा- संस्कृत । लेखन काल-X । विशेष पूजा संग्रह है। ६५८. गुटका नं० १०५-पत्र संख्या-२५५ । साहज-४:४६: रश्च । भाषा-हिन्दी-संस्कृत । लेखन काल-४ | पूर्ण । विशे-पषजा पाउ सं मह है। ६०६. गुटका न०१०८-पत्र संख्या-२००। साइज-EXइन । भाषा-हिन्दी। विषय-सूची (१) यशावर चरित्र कला का नाम खुशालचंद (२) सप्तपरमस्थानकथा भाषा विशेष हिन्दी र का० ० १७१ १५ - पथ सं० ३ लेखनकाल सं०८६ पघसं. १२ सं०.३० पथ ४४ (३) मुकर सप्तमानतकथा (४) मेघमालावतकथा (५) चन्दनपत्रितकथा 14) लब्धिविधानत्रतकथा (७) जिनपूजापुरंदरकया (1) षोडशकारणवतकथा पचंद १८३० 1८३१ वैशाख पुदी ३ धानतराय (१०) रूपचंद की जम्वदी (१) मुकीमावस्तीत्रभाषा (१२) भक्तामरस्तोत्रभाषा (१३) कल्याणमंदिरभाषा (१८) शनिश्चर देव की कथा १८६४ जेठ सुदी १५
SR No.090394
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages413
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size8 MB
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