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[ गुट के एवं संग्रह ग्रन्थ
५६८. गुटका नं०६७-पत्र संख्या-५ से ११३ | साइज-६xइष | भाषा-हिन्दी लेखन काल-x
अपूर्ण।
विषय-सूची
का का नाम
भाषा
कुदालीला वर्णन
पत्र ५-१७ होली वर्णन बारहमासा
पत्र सं. ७४७ स्फुट पद
पत्र ७८ से ११३ ५६६, गुटका नं०६८-पत्र संख्या-२३ । साइज-६x४ च । माषा-हिन्दी । लेखन काल- । पूर्ण । विषय-सूची कर्ता का नाम
माषा
विशेष पीपाजी की पत्रावलि
हिन्दी घु चरित
सुखदेव विनति पद्मावती कथा
५७०. गुटका नं. ६१-पत्र संख्या-२४ । साइज-५३४४ इन | माषा-हिन्दी। लेखन काल-x।
पूर्ण ।
विशेष-निम्न रचना हैकल्मष कुठार-राममंद्र हिन्दी । मध्यम भान-करनी हो सो कीजियो करनी की कछु दोर।
मो कानी जिन देखियो तो करनी की ओर || २१ ॥ मोसी करनी कुटिल जग तो सो तारक ताज । यही मरोसो मोहि तो सरन गहे की लाज !॥ २२ ॥
इति श्रीमत् काम्वनस्थ माधुल सगोत्रोत्पन्न गणेश मट्टामज रामभद्र भट्टन... .. ................ विरचिते
कल्मषकुठार प्रथ संपूर्ण ।।
४१. गुटका नं०७०-पत्र संख्या-५ | साइज-५४४ ५ । माषा-हिन्दी । लेखन काल-४ : अपूर्ण । विशेष-सराज नामक मथ हैं।
५७२, गटका नं०७१-पत्र संख्या-५ | साइज-६x४५श्व | भाषा-हिन्दी लेखन काल-सं० ११२ चैत्र वदी १२ । पूर्ण । पद्य संख्या-२५ ।