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[ संग्रह
७६५, गुटका नं. ७५ | पत्र संख्या-३५ । साइज-६x४ च | भाषा-हिन्दी लेखन काल-x1 प्टन नं. १.८०
विशेष- सामान्य पाठों का संग्रह हैं ।
७६६. गुटका नं०७६ । पत्र संख्या-६ : | साइज-६x४ इन्च । माघा-संस्कृत-हिन्दी । लेवन काल-x | पूर्ण | वेष्टन नं. १०८१ । विषय-सूची कर्ता का नाम ___ माषा
মূলা
विशेष
विशेष चतुर्विशति रिन स्तुति
पद्मनाद
संस्कृत बहत्तारि जिनेन्द्र जयमाल स्वयंभू स्तोत्र
श्रा०समन्तभद्र द्रव्य संग्रह
प्रकत हिन्दी तपोधोतन अधिकार सत्तावनी
संस्कृत
७६७. गटकान ७७ पत्र लेख्ला-६० | साज-५४४ इन्। माषा-हिन्दी लेखन काल-४। पूर्ण । वेष्टन नं. १०८३ |
विशेष- श्रायुवेदिक नुसखों का संग्रह है। ७६८. गुटका २०७८ । पत्र संख्या-६४ | साज-६x४, स्व । भाषा हिन्दी-संस्कृत | विषय -संग्रह । लेखन काल-४ । अपूर्ण | श्रेष्टन नं. १०८४ ।
अपूर्ण मगीत संबंधी कवित्त है।
६ कवित्त है।
जन्म सं १०१.
फुटकर कवित्त कवित
कवि पृथ्वीराज कचित्त
প্তি । कवित्त खुणस ( कमी)
और खुशी के सर्वमुखजी के पुत्र अमयचन्दजी
की पुत्री की जन्म पत्री (चौदवाई) चिट्ठी चादबाई की सर्वसुखजी यादि को
सोत्तरा ( पहेलिया) पहें लयां
वृन्द कुंदलियां गणित प्रश्नोत्तर ) . -
सं० १६१ २६ पहेलियाँ उत्तर सहत है।।
अपूर्ण