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________________ संप्रह] माया विशेष विशेष-गुट का सांगानेर में पांडे सुखराम ने लिखवाया था। विषय-सत्री कर्ता का नाम दोहा संग्रह नवरत्न कवित्त . हिन्दी .. ... . बनारसीमिलाम बनारसीदास २४२६ गुटका नं०१२२ । पत्र सं०६६ साज-Ex इञ्च । लेखनकाल x | पूर्ण एवं शुद्ध । दशासामान्य । वेष्टन नं० २५४२ । विशेष-गुटके में पूजा स्तोत्र आदि पाठों का संग्रह है। २४२७ गुटका नं० १२३ । पत्र सं० १०० ! साइजx६ इम्ब । लेखनकाल-सं. १७७२ फागुण सुदी ६ । गए सामान्य शुद्ध । दशा-जागा ! १४३ । विशेष-गुटके में नेमिचन्द्र कृत हिन्दी भाषा में हरिवंशपुराण है । हरिवंशपुराण का रचनाकाल-रा १७६६ है। २४२८ गुटका नं० १२४ । पत्र सं० १.१ । साइज५४५ इग्न । लेखनकाल x। अपूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २५४४ । विषय-सूची कर्ता का नाम भाषा विशेष केवलोपृश्छा हिन्दी মাসুম। गंगाराम ____, पूर्ण सुमाषित बावनी उदयराब मन प्रशंसा दोहा पार्श्व स्तुति भारहखडी पार्श्वनायपुराण . अष्टपाहु श्रा० कुन्दकुन्द , हिन्दी अर्थ सहित २४२६ गुटका नं. १२५ । पत्र सं० १.० । साइज-६४६ इञ्च । लेखनकाल xअंपूर्ण एवं सामान्य शुद्ध | दशा-जीर्ण । वेष्टन नं ० २५४५ । विषय-सूची कर्मा का नाम भाषा नेमिश्वररास चेतनपुग़लधमालि कति बूचा जखरी श्रीचंद भाषाभूतिमु मिचौपई कनकसोम रचनाकाल १६२८ साधु वंदना ....... । KedaMARW हिन्दी i ntimes
SR No.090393
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size11 MB
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