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________________ ३४८ [ संग्रह श्रादित्यवार लघुकमा समाधि यश कीर्ति धर्मदास रूपचंद हर्षकीर्ति अपभ्रश हिन्दी कर्महिंडोला श्रीपाल की स्तुति श्रुतपंचमी कया पदसंग्रह संस्कृत २४३० गुटका नं. १२६ । पत्र सं. ६ | साइज-5x५ इन्च । लेखनकाल-सं. १७८७ चेत्र नुदी ४।। पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दश... बान्ध । वेटन नं० २५४६ । विषय-सूची कर्चा का नाम भाषा मलामरस्तोत्र নিছী मानतुगाचार्य फल्याणमन्दिर स्तोत्र कुमुदचन्द्र सिदिमियरतोत्र देवनंदि विषारहारस्तोत्र धनंजय एकीमावस्तोत्र वादिराज परमानंदस्तोत्र लक्ष्मीस्तोत्र पप्रम देव सिवपूजा निर्णायकांड माश मगवतीदास हिन्दी पद संग्रह सोबहस्वप्न फल रूपचंद २४३१ गुटका नं० १२७ । पत्र सं० १०८ । साइज-८४६ इश्च ! लेखनकाल X ! पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-जीर्ण । वेष्टन नं० २५४८ । का का नाम विषय-सूची मविष्णबस चौपाई प्रीतिकर चरित्र माषा ब्रह्मरायमल्ल २४३२ गुटका नं. १२८ । पत्र सं० १०. । साइज-txइन्च | लेखनकाल ४ । पूर्ण एवं सामान्य | शुद्ध | दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २५४९ | विशेष-बनारसीदासजी कृत समयसार नाटक है ।
SR No.090393
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size11 MB
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