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________________ ३४६ विषय-सूची गर्भपडारचक शांतिनाथस्तोत्र पार्श्व नामस्तोत्र दर्शनसार अनुप्रेक्षा पद्मक्ति 'गुरावली चुदी तथा १८४१ फाल्गुण बुदी १ विषय-सूची समयसार शालिभद्र चौपाई २४२० गुटका नं० ११६ | २४२२ गुटका नं० ११ दशा - सामान्य | वेष्टन नं० २५३५ १. विषय-सूची पाखंड पंचासिका मध्यप्रतिषोध मोहविनेक कर्ता का नाम देवनन्दि देवसेन लक्ष्मीचन्द्र विशेष --- पूजाओं का संग्रह है । कर्ता का नाम बनारसीदास -- " विशेष लेखनकाल सं० १७२६ १८४१ २४२१ गुटका नं: ११७ । ०६ । साइज १३४६ इन्च | लेखनकाल × । पूर्य एवं सामान्य शुद्ध । दशा- जीर्ण | वेष्टन नं० २५२६ | विशेष-- गुटके में मनारसीदास कृत समयसार नाटक है । "" प्राकत भाषा संस्कृत 29 साज - १०x६ इञ्च । लेखनकाल - सं० १७२६ मंगल । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-जीर्ण । वेष्टन नं० २५ ३४ | " ور 37 : HIST हिन्दी भाषा हिन्दी 35 २४२३ गुटका नं० ११६ | साइज-३५ इव । लेखनकाल X। पूर्ण एवं शुद्ध दशाजीर्ण शीर्य । वेष्टन नं० २५३६ । विशेष-- कोई उल्लेखनीय सामग्री नहीं है। पत्र सं १५ |ाइज - ६४६ इन्च | लेखनकाल X। पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । २४२४ गुटका नं० १२० । पत्र सं० २४ | सदन - १३४४ ३श्च । लेखनकाल x । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध दशा - सामान्य | वेष्टन नं० २५४० । कर्चा का नाम दरदास 33 | संग्रह विशेष बनारसीदास ܵ ܼܿ ܼ ܵ २४२५ गुटका नं० १२१ । पत्र सं० ६६ | ६ | लेखनकाल- सं० १७२८ मात्र ६. पूर्ण एवं शुद्ध दशा- सामान्य । वेष्टन नं० २५४१ । विशेष ६ 61
SR No.090393
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size11 MB
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