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________________ * विषय सूची * पृष्ठ संख्या २२–३६ ३६-४६ ६३-६६ ७०-८२ १३-१०५ १०६-११२ क्रम सं० नाम प्रकाशकीय भूमिका प्रस्तावना शताब्दि क्रमानुसार सन्तों की सूची १. भट्टारक सकलकात्ति २. ब्रह्म जिनदास ३. प्राचार्य सोमकीति ४. भट्टारक ज्ञानभूषण ५. भ. विजयकीति ६. ब्रह्म बूचराज ७. संत कवि अशोधर ८. भट्टारक भचन्द्र ( प्रथम ) ६. सन्त शिरोमरिण वीरचन्द्र १०. संत सुमतिकीति ११. ब्रह्म राममल्ल १२. मट्टार क रत्नकोति १३. धार होली के सन्त कुमुदचन्द्र १४. मुनि अभय चन्द्र १५. ब्रह्म जयसागर १६. प्राचार्य चन्द्रकोति म. शुभचन्द्र ( द्वितीय ) १८. भट्टारक नरेन्द्रकीत्ति भ० सुरेन्द्र कात्ति २०. भ. जगत्कीति २१. मुनि महनन्दि २२. म. सुदन कीति २३. भ. जिनचन्द्र २४. मट्टारक प्रभाचन्द्र २५. अ० गुणकीति ११८-१२६ १२५-१३४ १३५-१४७ १४८-१५२ १५३-१५५ १५६-१५६ १६०-१६४ १६५-१६८ १६९-१७० १७१-१७२ १७५-१८० १८०-१८३ १८३-१८६ १८६
SR No.090391
Book TitleRajasthan ke Jain Sant Vyaktitva evam Krititva
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherGendilal Shah Jaipur
Publication Year
Total Pages322
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Biography, & History
File Size5 MB
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