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कोव दीक्षित को भी मोहान्ध बना देता है ।
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hta से प्रगति होती है ।
प्रियजनों पर अधिक समय तक के लिए क्रोध करना अच्छा नहीं हैं ।
परलोक सुधारने के लिए क्षमा उत्तम साधन है ।
क्षमा से सब कुछ हो सकता है ।
कृतज्ञ मनुष्य दूसरे के द्वारा किये हुए उपकार का निरन्तर स्मरण रखते हैं ।
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कृतज्ञजनों द्वारा अपने उपकारी को सब कुछ देय है ।
कृतघ्न सत्पुरुषों से वार्तालाप करने योग्य नहीं है ।
विद्या की प्राप्ति गुरु से ही होती है ।
पात्र को उपदेश देनेवाला गुरु कृतकृत्य हो जाता है।
गुरुसेवा से सब कुछ हो सकता है ।
गुरुभक्ति इष्ट फल देती है ।
स्वभाव कठिनाई से छूटता बदलता है ।
कलहंस पक्षी और बगुले का स्वभाव एकसा नहीं होता ।
गुणज्ञता संसार में पूज्य है और गुणों का सब जगह सम्मान होता है।
गुणों से सभी वशीभूत हो जाते हैं ।
दूसरों द्वारा प्रशंसित गुण ही गुण कहलाते हैं ।
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