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________________ .. ...... mi .wwalini.sina-A ..:Amariawww.w यादव। अलवर के बड़गूजर। श्रावस्ती के ध्वजवंशी राजे । अयोध्या के श्रीवास्तव सजे । अवध आदि के भर राजे। मेवाड़ के गुहिलोत राणा। हथूण्डी के राठौड़ राजे । अर्थमा का भूषण सेठ । सिन्ध देश । बंगाल । कलिंगदेश-राजा हिमशीतल, उद्योसकेसरी ललाटेन्दु। महाकोसल के कलचुरि राजे। जेजाकभुक्ति के चन्देलवंशी राजेश्रेष्ठि पाहिल, ठाकुर देवधर, श्रेष्ठि पाणिधर, श्रेष्ठि महीपति, श्रेष्ठि बीबससाह और सेठानी पद्मावती, साहु साल्हे, रत्नपाल, पाडाशाह (भैसाशाह) । गुजरात-सौराष्ट्रवनराज चाया, मन्त्रीयर विमलशाह, जयसिंह सिद्धराज, सम्राट् कुमारपाल सोलंकी, पं. सालियाहन ठाकुर, सेनापति सज्जन, मन्त्रीश्वर वस्तुपाल, तेजपाल, जगडूशाह, शाहसमरा और सालिग। मध्यकाल : पूर्वार्ध (लगभग 1200-1556 ई.) 259-298 दिल्ली सल्तनत बीसल साहु, सेठ पूरणचन्द्र, पेथडशाह, सेठ दिवराय, Enerate करे और धोर, श्रावक रथयात, समराशाह, साहु वाधू, सा. महीपाल, सा. सागिया, सा. हेमराज, दिउदासाहु, सा. थोल्हा, गढ़ासाव दीवान दीपग और सं, कुलचन्द्र, ची. देवराज, ची. टोडरमल्ल, सं. साधारण, वैद्य रेखा। मालवा के सुल्तान संघपति होलिचन्द्र, मन्त्रीश्वर मण्डन, संग्रामसिंह सोनी, गुजरात के सुल्तान, सं. मण्डलिक, सं. सहसा । महासार-नरेश राजनाथदेव । चन्द्रवाड के चौहाननरेश और उनके जैन मन्त्री। ग्यालियर के सोमर नरेश-मन्त्रीश्वर कुशराज, महाराज 'डूंगरसिंह और कीर्तिसिंह, सं. काला, श्रीचन्द-हरिचन्द, सा. लापू, महापषिष्ठत रइधू, ब्र, खेल्हा, सा, कमलसिंह, सा. पासिंह । राजस्थान मेवाड़ राज्य-राणी जयतल्लदेयी और समरसिंह, सा. रत्नसिंह, रणथम्भौर के राणा हम्मीरदेव, साह जीजा, महाराणा कुम्भा, सेठ धन्नाशाह-रतनाशाह, शाह जीवन पापड़ीवाल, राणा साँगा, सोलाशाह, कर्माशाह, आशाशाह और उसकी जननी, दीवान बच्छराज विजयनगर साम्राज्य-हरिहर प्र., बुक्का प्र., हरिहर द्वि., देवराय प्र. और महारानी भीमादेवी और देवराय द्वि., बैचप दण्डाधिनायक, इरुगदण्डनाथ, इरुगप दण्डेश, राजकुमारी देवमति, गोपञ्चभूप, गोपमहाप्रमु, भथ्य मायण्ण, गोपगौड़, कम्पनमोड और नागण घोडेयर, राजा कुलशेखर आलुपेन्द्र, वीर पाण्य भैररस, कृष्णदेवराय, संगीलपुर के सालुवेन्द्र और इन्दिगरस, मन्त्री पानाभ, घेर बोम्मरस, सेनापति मंगरस, मधुद्धि सेट्टि, सनी काललदेवी, वीरय्यनायक, गेरुरुप्पेनरेश, योजण श्रेष्ठि, अम्बुवण श्रेष्ठि। मध्यकाल : उत्तरार्ध (लगभग 1556-1756 ई.) 299-321 मुगल सम्रार-अकबर महान्, पेशज, राजा भारमल, साहु टोडर, हर्षचन्द्र 10::
SR No.090378
Book TitlePramukh Aetihasik Jain Purush aur Mahilaye
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJyoti Prasad Jain
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year
Total Pages393
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size9 MB
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