SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 4
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पूर्व मध्यकालीन दक्षिण के उपराज्य एवं सामन्त देश 185-215 उत्तरवती गंगराजे -बम्मदेव मानडि भुजबलगंग, मामन्त, नोकप्य, महारानी वाचलदेवी, नन्नियगंग, सिंगण दगडनायक, गंगराज एककलास, सुग्मियम्बरसि, कनकिवब्बरसि, चट्टियब्बरसि, शान्तियक्के । हुमच्च के सान्तरराजे जिनदत्तराय, लोलपुरुष-विक्रम सास्तर, वीरसेव सान्तर, रानी चागलदेवी, पट्टणसामि नोकय्य, तैलपदेव द्वि. भुजबल-सान्तर, नन्नि-सान्तर, विक्रम-सान्तर, तैलत. सान्तर, महिलारत्न चहलदेवी, विक्रम-सान्ता द्वि., बिदुषी पम्पादेयी, बाचलदेवी, काम-सान्तर, अलियादेवी, वीर सान्तर । सौन्दत्ति के रट्टराजे-पृथ्वीराम रह, पतवम, शान्तिवम, कार्तवीर्य ... . मतुई, लक्ष्मीदेव । कोकण के शिलाहार राजे ... रट्टराज शिलाहार, पल्लालदेव शिलाहार भोज:प्र. शिलाहार, गडरादित्य, विजयादित्य शिलाहार, भोज शिलाहार बाचलदेवी, गोंकिरस, महासामन्त निम्मदेव, सेनापति भोर, मनी यासुदेव, चौघोरे काays, महामात्य पाहपतिः। संगधारा के चालुक्य। नागरखण्ड के कदम्बराजे कोंगावराजे राजेन्द्रचोल कोबाल्ट रानी पोषब्बरसि, राजेन्द्र कोणान्य, राजेन्द्र पृथ्वीको गाय अठरादित्य चपास्यवंश-राजेन्द्रघोल-चन्नि गया। अलाश मंगवाडि का बंगवंश- रानी विठ्ठलादेवी और. ... कामिराय अपनरेन्द्र । बारपाल के ककातीय नरेश । देवगिरि के यादव . ..... नरेश सुएन सामन्त कधिराज, दण्देश माधव, सिरियम गौडि । ....... ::. निगलवशी जेवशमला मारेन और ब्राचले, मल्लिसेष्टि। अन्य विशिष्टजनपाल गोल्लाचार्य, पाश्वदेव, खघरकन्दर्घ सेनमार, धर्मात्मा - चिपकताकि रामकुमारी उदयाम्बिका और वोम्बिका, वीदणणगौड, आपकोतम कवरः असुधिसेटिव उत्तर भारत (लगभग 200 ई.-1250 ई.) 210-258 ..... · नागधकाटक युग 1 गुप्तकाल-महाराजाधिराज रामगुप्त, दानायक आपकारदेव, चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के नबरल, अश्वपति सुभटपुत्र संघल, श्राविका शामाढ्या, श्रावक भद्र, बलभीनरेश भटार्क, हूणनरेश तोरमाण, श्रावक नाथशर्मा, राजर्षि देयमुप्त। कन्नौज के मोखरि और वन सम्राट हर्षवर्धन । कन्नौजनरेश यशोवर्मन । कन्नौज का आयुघवंश। गुर्जर-प्रतिहार नरेश-वत्सराज, नागभर द्वितीय 'आम', मिहिरभोज । साभर के चाहमान-सोमेश्वर चौहान, श्रेष्ठि लोलार्क, अन्य चौहानवंश दिल्ली के तोमर-अनंगपाल तत्तीय, नइलसाह, मदनपाल तोमर । धारा के परमार राजे - पण्डितप्रवर आशाधर। ग्वालियर के कच्छपघातराजे... बजदामन कछछपधात, विक्रमसिंह कच्छपघात, श्रेष्ठ दाहह। बयाना के :: ::
SR No.090378
Book TitlePramukh Aetihasik Jain Purush aur Mahilaye
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJyoti Prasad Jain
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year
Total Pages393
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy