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________________ १३० पंडित टोडरमल : व्यक्तित्व और फर्सत्व दर्शनों और ग्रंथों के अनेक कथन व उद्धरण प्रस्तुत किये गए हैं । ऐसा लगता है वे जिस विषय का विवेचन करते हैं उसके सम्बन्ध में असंख्य ऊहापोह उनके मानस में हिलोरें लेने लगते हैं तथा वस्तु की गहराई में 1 मोक्षमार्ग प्रशाशक, सस्ती ग्रन्थमाला दिल्ली : नाम ग्रंथ या दर्शन पृष्ठ संख्या नाम ग्रंथ या दर्शन पृष्ठ संख्या वैक्षिक २०. गीता १५०,११,३६६ २०८ २१. अवतारवाद २०८,२०६ २२. योगशास्त्र १६७ १३८ २३. योगवशिष्ठ १३८ २४. शृंगारशतक १३८ २५. नीतिशतक १४८,१६३ २६. दक्षिणामूर्ति सहस्त्रनाम २०३ १४, २७. वंशम्पायन सहस्त्रनाम २०४ १४. २८. महिम्निस्तोत्र (दुर्वासाकृत)२०४ ... २६. रुद्रयामल तन्त्र २०५ (भयानी सहस्त्रनाम) २८२ १. ऋग्वेद २. यजुर्वेद ३. छान्दोग्योपनिषद् ४. मुण्डकोपनिषद् ५. कठोपनिषद् ६. विष्णु पुराण ७. वायु पुराण ८. मत्स्य पुराण ६. ब्रह्म पुराण १०. गणेश पुराण . ११. प्रभास पुराण १२. नगर पुराण (भवावतार रहस्य) १३. काशी खण्ड १४. मनुस्मृति १५. महाभारत १६. हनुमन्नाटक १७. दशावतार चरित्र १८. व्यास सूत्र १६. भागवत १८१ १८५ १८८ २०६,२०७ भारतीय दर्शन २०७ ३०. वेदान्त ३१. सांख्य ३२. न्याय २०५ ३३. वैशेषिक २१० ३४. मीमांसा २०४ ३५, जैमिनीय २०६ ३६, चार्वाक २०५ इस्लाम १६३,१६४ ३७. कुरान शरीफ १६२ १६६ १०
SR No.090341
Book TitlePandita Todarmal Vyaktitva aur Krititva
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHukamchand Bharilla
PublisherTodarmal Granthamala Jaipur
Publication Year
Total Pages395
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, Biography, & Story
File Size7 MB
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