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________________ रचनाओं का परिचयात्मक अनुशीलन रहस्यपूर्ण चिट्ठी यह पत्रशैली में लिखी गई सोलह पाठों की छोटी सी रचना है । इसमें सैद्धान्तिक प्रश्नों का तर्कसम्मत समाधान प्रस्तुत किया गया है । इम चिट्टी का महत्त्व इस बात में है कि यह दो मौ बीस वर्ष पूर्व लिखित एक ऐसी चिट्टी है, जिसमें आध्यात्मिक अनुभूति का वर्गान है । यह मोक्षमार्ग प्रकाशक के साथ तो कई बार प्रकाशित हो चुकी है', स्वतंत्र रूप से भो इसका प्रकाशन हुअा है | दोडरमल जयंती स्मारिका में भी यह अविकल रूप से छपी है । इस पर सौराष्ट्र के आध्यात्मिक संत कानजी स्वामी ने कई बार आध्यात्मिक प्रवचन दिए जो कि अध्यात्म संदेश' नाम से हिन्दी और गुजराती में प्रकाशित हो चुके हैं। ----- .... ' मोक्षमार्ग प्रकाशक के निम्नलिखित संस्करणों में प्रकाशित :(क) सस्ती ग्रंथमाला, नया मंदिर, धरमपुरा, दिल्ली के पांच संस्करणों में - ६५०० (ख) आचार्यकल्प पंडित टोडरमल ग्नंथमाला, ए-४, बापूनगर, जयपुर-४ के प्रथम संस्करण में -- ३३०० (ग) श्री दिगम्बर जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, मोनगढ़ के प्रथम व द्वितीय संस्करणों में - १८००० २ (क) दिगम्बर जैन पुस्तकालय, कापड़िया भवन, मुरत (स्त्र) कर्तव्य प्रबोध कार्यालय, खुरई 3 टो. ज. रमा०, २६१ ४ प्राचार्यकल्प पंडित टोडरमल ग्रंथमाला, ए-४ वागूनगर, जयपुर-४ ५ श्री दिगम्बर जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ़
SR No.090341
Book TitlePandita Todarmal Vyaktitva aur Krititva
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHukamchand Bharilla
PublisherTodarmal Granthamala Jaipur
Publication Year
Total Pages395
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, Biography, & Story
File Size7 MB
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