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आभार श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा के अध्यक्ष श्री निर्मलकुमार जी सेठी (जन्म ४ जुलाई, १९३८) तिनसुफिया के सुप्रसिद्ध व्यवसायी एवं उद्योगपति स्व० श्री हरकचन्द जी सेठी के ज्येष्ठ पुत्र है। उन्होंने अल्पकाल में हो औद्योगिक, सामाजिक एवं धार्मिक क्षेत्रों में विशेष प्रतिष्ठा अर्जित कर ली है। ___ सिल्चर, गोरखपुर, सीतापुर व लखनऊ में आपकी आटा-चावल मिलें है तथा तिनसुकिया, गोहाटी व दिल्ली में व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं ।
आप उ० प्र० रोलर फ्लोर मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे हैं, कई सरकारी समितियों के सदस्य हैं व सरकारी डेलीगेशनों में विदेशों की यात्रा भी कर चुके हैं । आपका आचार-विचार अत्यन्त कुद्ध एवं निर्मल है तथा धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों में आप सदा ही अग्नणी रहते हैं । वर्ष १९८१ में महासमा का अध्यक्ष पद ग्रहण करते ही प्रत्येक प्रान्त में महासभा के अधिवेशन आयोजित कराकर तथा प्रान्तीय समितियां गठित कराकर आपने जैन जगत् में एक नवीन चेतना का संचार किया है।
दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्रों के जीर्णोद्धार विकास के लिए आपको उत्कट लगन है तथा देश भर के अनेक तीर्थ क्षेत्रों पर आपने मुक्त हस्त से दान देकर अपने द्रव्य का सदुपयोग किया है। आप उत्तरांचल दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी के महामंत्री, भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी को कार्यकारिणी के सदस्य, अयोध्या तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष तथा अन्य कई तीर्थ क्षेत्रों के संरक्षक अध्यक्ष है।
धर्म साहित्य एवं धार्मिक शिक्षा के प्रचार-प्रसार में आपकी विशेष रुचि है। डॉ. रमेपाचन्द जन की पी० एच. डी० उपाधि के भोष प्रबन्ध "पन चरित में प्रतिपादित भारतीय संस्कृति" के प्रकाशन में आपने आर्थिक सहयोग दिया है । जिसके लिए श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा का साहित्य प्रकाशन विभाग आपका विशेष आभारी है। डॉक्टर साहब संस्कृत साहित्य के लम्घ प्रतिष्ठत विद्वान् है तथा वर्तमान में बिजनौर स्नातकोत्तर कालेज के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष है।
राजकुमार सेठी मंत्री-साहित्य प्रकाशन-विभाग, श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा