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________________ १४ धनञ्जय-नाममाला पृष्ठ श्लोक श्लोक १५९ शब्द चम्मिल्ल घरणी धरा धरित्री ४० ५३ १६४ १५२ धर्मचक्रभृत् धर्मात्मज श्लोक । शब्द १९५ ननाद नन्दन नमस नभस्वत् नभ्राद नमुचित्र १४६ नयन नर नरक १७० मलिन नव १४ नव्य शब्द नित्य निदेश निपुण निबोध निभ निम्नमा नियन्त्रित नियामित नियोग निर्धान निब्यह ५८ ७१ १३८ २४ १२ धद २८ १७६ १७६ धवल ७४ १५४ १२ धातु धात्री धानुष्फ १३५ निलय निवसन घामन ६ १३३ १३२ नाग निवृत निवेशन धिषणा विण्य ८९ १८९ १३२ ११० निया मागरिक नागारि ४८ थी S धुनी निशाचर निशान्त DH .. बर्य निषाद ५२ १४८ धूर्जटि ३५ ११५ ११४ १६५ ७९ 10 निपादिन निष्णात निसर्ग निस्तल निग्नश १८५ १८३ नाथहरि नाथान्वय नाभिज नाम नारद नाराच नारावण नारी नासा निकट निकर ३९ नीच धूलि धूलि कुट्टिम घन धैर्य ध्वजा ध्वजिनी ध्वान्तारि १५८ 4 १६८ av १५८ - १४८ १२६ निकाय ६९ १४० नीचस् नीर नील नीलकण्ट ६२ नीलपिजरी नीललोहित ३५ नीलवसन ७० नीलाम्बजन्मन् ११ नीहार नूतन निकुरम्ब नक्तम् १४२ निकेतन निगढ पुरुष १३२ ८६ १८२ २२ निज ८८ नक्षत्र नग नित्रय नगरी मद मदी नितम्ब नदीश्वरी-नदीश्वर ३६ ७१ नितम्बिनी नदीष्ण ७९ १६४ | नितान्त १२ १५६ १०७ २८ : ८३ १७३ ।
SR No.090291
Book TitleNammala
Original Sutra AuthorDhananjay Mahakavi
AuthorShambhunath Tripathi
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1950
Total Pages150
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size4 MB
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