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महापुराण 8, 76 बलदेव और वासुदेवका जन्म माताओंके द्वारा स्वप्न में देखे गये सूर्य और पन्द्रने पहलेसे दोषित कर लिया।
8. 90 बीयर अववादविइ नभुउ-द्विपुष्ठ वासुदेवकी माताका नाम उववादेवी है-जैसा कि यहाँ दिया गया है । यद्यपि गुणभद्रने उसका नाम उषा दिया है : तुलना कीजिए :
तस्यैवामी सुषेणाकोऽप्युषायामात्मजोशनि ।
द्विपृष्ठाख्यस्तनुस्तस्य वापसप्ततिसंमिता ।। 58184 9. 10 गलिय सुथई मुह हि णयणई-मैं अचलको मारूंगा और उसकी सुभद्राको बात-बातमें आँसू बहानेके लिए विवश कन्गा ।
12. 10-12 रायत्तणु इत्यादि - रायमै श्लेष है, जिसका अर्थ है राजन् और राग । ___17, रासह होइदि-तारक द्विप्छकी तुलना गधेसे और अपने हाथीसे करता है। 10a गोवालबाल-खालेका पुत्र, बालक । चामुदेवका एक विशेषण है, जो कि हिन्दू पुराण विद्याके अनुसार ग्वालों में रहे और वहीं बड़े हुए।
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3. 6 तह गुण किं यण खडकइ-खण्ड कवि (पुष्पदन्त ) उसके गुणोंका वर्णन किस प्रकार कर सकता है । खण्डका अर्थ है-टूटा हुआ, अधूरा जो पुष्पदन्तका एक उपनाम है।
7. 8 णायभव, नाकभषा-देवता । 16 गि: जितु सिमालउ-प्रोष्मऋतुने शीतको पराजित कर दिया । यह एक निमित्त या कि जिससे विमलनाथ विश्वकी अपूर्णताका अहसास कर सकें।
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1. 6a धणु सुरघणु जिह तिह घिरु ण ठार-इन्द्रधनुपकी तरह पन व्यक्ति के पास स्थायी रूपसे नहीं रहता। 70 भावर णियभायहु अवयरंति-भाई भाईके साथ पुरा बर्ताव करते हैं।
१. 8a-b चर इत्यादि-चर, गमण, छेज्ज और कण-पास के खेलके विभिन्न प्रकार है जो विरोधीपर आक्रमण करने और उसके अधिकारको पार्ज लेने में है। 9 एपफ उडिउ णियराज तामउन में से एकने ( सुकेतु ) अपनी राजधानी खो दी। ध्यान दीजिए कि उड्डिठका प्रयोग भाधुनिक मराठीमें उहवणेके रूपमें सुरक्षित है।
6. 4 महुराउ भणहि महुघोट्ट काई-तुम मधुको राजा कसे कहते हो कि वह मधुसे भरा मुसवाला है ? मधु राजाफे सम्बन्ध में इतने ओछे शब्दोंमें तुम कैसे बोल सकते हो ? 7a णीलाणयासणेणधर्मबलदेवके द्वारा जो कि नीले वस्त्र धारण करता है । बलदेवको नीलाम्बर कहा जाता है । तुलना कीजिए : नीलाम्बरो रोहिणेयः कालांको मुसली हली-अमरकोश |
7. 10a बिदुप्पणरोसु-वविदु + उप्पणरोम, उपेन्द्र अर्थात् । स्वयंभू वासुदेव कुद्ध हो गये। 114-5 जर लोहिउ-मैं अपने भाई के चरणोंकी शपथ खाता हूँ यदि मैंने देवालको मधु रक्त नहीं पिलाया । पायमि पाययामिका रूप है। 'पा' घातुका प्रेरणार्थक रूप ।
8. सुहासु-वसुबाका पुत्र-अर्थात् स्वयंभू । स्वयंभू की मासाका नाम । इस पर्यायवाची शब्दका उपयोग कवि पृथ्वी के अर्थ में किया है, जैसा कि हम 4 और 7 के रूपोंसे देखते हैं।