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२२. २१. १४]
हिन्दी अनुवाद पत्ता--हे पण्डिते ! तुम मेरा प्राणप्रिय ला दो, मेरी कामको व्याधि शान्त कर दो। नक्षत्रोंको तरह उज्ज्वल और कोई दूसरी स्त्री मेरे समान मतिमें भारी नहीं है, तुम याद करो ॥२१॥
इस प्रकार प्रेसर महापुरुषोंके गुणालंकारोवाले इस महापुराणमें महाकषि पुष्पदन्त द्वारा विरचित
एवं महाभब्य भरत द्वारा अनुमत महाकाव्यम निर्नामिकाधमलाम
मामका पाईसवाँ अध्याय समाप्त हुमा, २२