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पंचम अध्याय
भूधरदास की रचनाओं का भावपक्षीय
अनुशीलन
(अ) महाकाव्यात्मक रचना “पावपुराण का
भावपक्षीय अनुशीलन (क) कथानक : एक दृष्टि (ख) पाश्र्यपुराण में चरित्र चित्रण (ग) पार्श्वपुराण में प्रकृति चित्रण (घ) पार्षपुराण में रस निरूपण
(3) पार्श्वयुराण की रचना का उद्देश्य (4) महाकाव्येतर रचनाओं का भावपक्षीय
अनुशीलन ( क ) जैनशतक का भावपक्षीय अनुशीलन (ख) पदसंग्रह या भूधरविलास का भावपक्षीय अनुशीलन