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________________ चर्चा 114- तीर्थकर क का समय है, यवा से कहिये ? एक समालोचनात्मक अध्ययन 149 चर्चा 112- छठे गुणस्थानवर्ती मुनि के आहारक शरीर सन्देह निवारण निमित्त निकसै है, कै और निमित्त भी निकसै है ? चर्चा 113- मुनिराज के षटावश्यक की क्रिया में कहीं-कहीं फेर है। यत्याचार में क्यों कर है ? चर्चा 114- तीर्थकर के समवसरण में तीन बार वाणी खिरै, सोई मुनिश्वरों के सामायिक का समय है, ये दोनों कार्य एक काल क्यों कर सम्भवै? चर्चा 115- अभिन्न दशपूर्वी साधु कौन से कहिये ? चर्चा 116- अष्टप्रकारी पूजा विषं जलादि का आरम्भ होई। इस आरम्भ का मुनिराज उपदेश करे कि नाही ? चर्चा 117- रोहिणी व्रत विधान का क्या स्वरूप हैं ? चर्चा 118- चतुदर्शी आदि तिथि घटती आन पड़े तहां व्रत विधान कैसे होई ? चर्चा 119- अष्टान्हिका व्रत की विधि किस प्रकार है ? चर्चा 120- बाईस अभक्ष्य विर्षे लौनी अभक्ष्य क्यों कहीं ? चर्चा 121- द्विदल का क्या स्वरूप है और तिसमें क्या दोष है ? चर्चा 122- भरतचक्री व रामचन्द्रादि सम्यग्दृष्टि हैं, इनकै कौनसा गुणस्थान कहिये? चर्चा 123- यादव वंश के राजा उत्तम जैनी हैं, तहां नेमिनाथ जी के विवाह मंगल की बिरिया श्री कृष्ण ने पशु एकत्र क्यों किये ? चर्चा 124- राजमति कौन से राजा की बेटी है ? चर्चा 125- श्वेताम्बराम्नाय विषै नौन को अति सचित्र माने हैं। दिगम्बर आम्नाय विर्षे क्यों कर है ? चर्चा 126- रेशम लीन है कि अलीन है ? चर्चा 127- दिवाली के दिन निर्वाण पूजा का समय कौनसा ? चर्चा 128- जीव का उर्ध्वगमन स्वभाव है, सो गति सो गत्यन्तर विषै कैसे गमन करे है? चर्चा 129- भरतचक्रवर्ती ने बहत्तर चैत्यालय कैलासपर्वत पर कराये सुनिये है; ते क्यों कर हैं ? चर्चा 138- स्वयंभूरमण वाला मच्छ छठे नरक जाइ है। इसकी मौह में तंदुल मच्छ रहै; सो सातवे जाय, यों सुनी है, तो कैसे है ?
SR No.090268
Book TitleMahakavi Bhudhardas Ek Samalochantmaka Adhyayana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNarendra Jain
PublisherVitrag Vigyan Swadhyay Mandir Trust Ajmer
Publication Year
Total Pages487
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size9 MB
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