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________________ " " देशघातिकरण देशना देशानालब्धि देशसंयमलब्धिस्थान देशामर्श देशोपशम दोलायमान वित्तीय स्थिति द्विस्थानीय ३६, ७४ १७ १६४ धर्मश्चवमा १२८ १४०, २७३ नयकप्रबद्ध २८८ २२६ पंचम लम्धि पर प्रकृतिसङ्क्रम १५२ परस्थान-प्रल्पबहुत्व परावर्तमान परिपाटी क्रम परिवर्तमान ७०, १७३ परिहारविशुद्धिसंयम पर्यवसान पर्व (श्रेणियां) पश्चादानुपूर्वी पुनरुक्त पुष्पदन्त-भूतवली पूर्वकृष्टि पृथक्त्व प्रकृतिचतुष्क प्रकृतिबन्यव्युच्छिति प्रतिधात प्रतिपक्ष स्वरूप १८६ प्रतिपद्यमानगत प्रतिपात प्रतिपातगत प्रतिबद्ध २८९ प्रतिभाग २१८ प्रत्मागाल प्रत्यालि प्रथमस्थिति प्रथमोपशमसम्यक्त्व प्रदेशपुज प्रमय ६ । प्रविशमान १५३ १५२, १६० नवकबन्ध निकाचनाकरण निकाचित निक्षेप निधत्तीकरण निपतित निरवशेष निरासान निनिबन्धनपना निर्मलसूत्र निलेप निर्वगणाकाण्ड नियघिात प्ररूपणा निषिात विषयक निषेक भागहार निष्ठापक नैसर्गिक प्रथमोपशम सम्यक्त्व २५३ १५२, १६. २७५ २३ ७२, २०८ २०८, २१६ ७०, १७३ :४४, १२६ २२६ १२१
SR No.090261
Book TitleLabdhisar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichandra Shastri
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages644
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Karma, Philosophy, & Religion
File Size16 MB
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