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षष्ठ कर्ममन्य
३७५
काम
मार्गणा नाम
| आयु० । । मंग २८
गोत्र
अंतराय
४५
। ..ammar
४६
<anxx KKRPF मंग
५०
कृष्णलेश्मा नीललेण्या कापोत लेश्या तेजीलेश्या पपलेल्या शुक्ललेश्या
भव्यत्व ५२ अमव्यत्व ५३ उपशम सम्यक्त्व
सायिक ॥
क्षायोपशामिक ५६ मिथ ५७ सासादन ॥
मिथ्यात्व , ५६ संजी
असंझी
आहारी ६२ | अनाहारी
मूल प्रकृति AAWABGMG000AM मंग ७ ।
ज्ञाना भंग २ दर्शना
| बेदनीय ladamom KKK भंस":
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५५
५८
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___मार्गणाओं में मोहनीय और नाम कर्म के बंध, उदय, सत्ता के संवेष भंगों का विवरण संलग्न चाटों में देखिए ।
अब आगे की गाथा में उदय से उदीरणा की विशेषता बतलाते हैंउपयस्सुदीरणाए सामित्ताओ म विज्जाइ बिसेसो।' मोसूण य इगुयाल सेसाणं सध्यपगईणं ॥५४॥ १ तुलना कीजिये - (क) उदओ उदीरणाए तुल्लो मोत्तूण एकच सालं ।।
आवरणमिग्घसंजक्षण लोभवाए यविछिदुगं ।। कर्मप्रकृति उदया गा. (ख) उदयस्सुदीरणरस य सामितादो ण विग्जवि घिसेसो।
-गो० कर्मकांड गा० २५८