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568/ जैन समाज का वृहद इतिहास
श्री सुरेशकुमार जैन पांड्या
___ झुमरीतिलैया के श्री सुरेशकुमार पांड्या समाजसेवा की प्रतिमूर्ति हैं । वे नगर की सभी संस्थाओं से जुड़े हुये हैं। कितनी ही संस्थाओं को स्वयं ने स्थापित करने का गौरव प्राप्त किया है। आपका जन्म 7 अगस्त 1950 को हुआ । पटना विश्वविद्यालय से सन् 1960 में बी कॉम किया । सेठ जगन्नाथ जी पांड्या के आप दत्तक पुत्र बने । पांड्या जी अपने समय के ख्याति प्राप्त श्रेष्ठी थे । उदार हृदय थे तथा कितनी ही संस्थाओं के पदाधिकारी थे।
श्री सुरेशकुशर जी का सन् 1968 में श्रीमती प्रेमलता जैन के साथ विवाह संपन्न हुआ। प्रेमलता जी श्री जीतमल जी छाबड़ा झुमरीतिलैया की सुपुत्री हैं। आपको चार पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त है । पुत्रियों के नाम संजना,रीना,श्वेता एवं मीनू है।
___ सुरेश बाबू अच्छे वक्ता एवं लेखक है। आपके लेख झुमरीतिलैया जेसीज-पत्रिका, सन्मति संदेश, रोटरी पत्रिका में प्रकाशित होते रहते हैं । आप जगन्नाथ जैन कॉलेज के निर्माता,रांची विश्वविद्यालय के सीनेट के मैम्बर जैन समाज कोडरमा के उपाध्यक्ष हैं। आप बिहार स्टेट जेसीज के एवं रोटरी क्लब कोडरमा के अध्यक्ष रह चुके हैं। इनके अतिरिक्त कोडरमा की सभी सामाजिक एवं सार्वजनिक संस्थाओं को योगदान देते रहते हैं। आपके पिताजी सेठ जगत्राथ जी पांड्या ने बड़े पंचायती मंदिर की दूसरी मंजिल में पूरा मंदिर बनवाया उसकी पंचकल्याणक प्रतिष्ठा करवाई और स्वयं सौधर्म इन्द्र बने । अपने पिता के समान ही श्री सुरेश जी भी सामाजिक क्षेत्र में सदैव तत्पर रहते हैं और अपनी सेवाओं से सबके प्रिय बने हुये हैं।
पता :- जैन वेक्स रिफाइनरी प्रा. लि. झुमरीतिलैया (हजारीबाग) श्री हरकचंद छाबड़ा
___ छाबड़ा गोत्रीय श्री हरकचंद जी का जन्म 10 मई सन् 1936 को हुआ। आपके पिताजी श्री भूरामल जी का स्वाावास जनवरी 1980 में 74 वर्ष की अवस्था में हो गया । आपकी माताजी श्रीमती नन्हीदेवी का अभी आशीर्वाद प्राप्त है। आपका विवाह सन 1952 में श्रीमती विमलादेवी के साथ हुआ । श्रीमती विमलादेवी नवादा के श्री सुगनचंद जी बड़जात्या की पुत्री हैं। श्री बड़जात्या जी खण्डेलवाल जैन महासभा के महामंत्री रहे थे।
___ छावड़ा जी एक पुत्र एवं तीन पुत्रियों के पिता हैं । आपके एक मात्र पुत्र श्री.अजीतकुमार अ) वर्षीय युवा है जो सिंगापुर हांगकांग, जापान की यात्रा कर चुके हैं। बी.ए. हैं । पत्नी का नाम सीमादेवी है जो एक पुत्री की मां बन चुकी है। आपकी तीन पुत्रियों में अनीता एवं संगीता का विवाह हो चुका है । ममता अभी अविवाहित है। आपका पूरा परिवार मुनिभक्त है तथा मुनियों का आहार आदि से सेवा करता रहता है।
आपके दो छोटे भाई एवं 6 बहिनें हैं। श्री नवलकिशोर 50 वर्षीय श्रेष्ठी हैं । धर्मपत्नी का नाम मैनादेवी है । आप चार पुत्र,संजय सजीव,मनीष,विकास एवं तीन पुत्रियों शशि, मीना एवं निशा को माता हैं।
__दूसरे भाई श्री निर्मलकुमार 48 वर्षीय युवा हैं । बी कॉम है। पत्नी का नाम कुसुम है । एक पुत्र एवं दो पुत्रियों के पिता है। आपकी 6 बहिनों कलावती,उमराव, राजकुमारी, निर्मला, सरोज,उर्मिला है सभी विवाहित हैं।
पता : मांगीलाल भूरमल,बाङम बाजार हजारीबाग।