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________________ बिहार प्रदेश का जैन समाज /561 श्री रारा जो वर्तमान में 71 वर्ष के हैं। 16 वर्ष की आयु में आपका विवाह श्रीमती भंवरीदेवी के साथ हो गया | भंवरीदेवी सोकर के श्री तनसुखराय जी कालिका की पुत्री हैं। आपका एकमात्र पुत्र श्री सुरेन्द्रकुमार है। 43 वर्षीय युवा है । पत्नी का नाम कान्दादेवी है जो एक पुत्र एवं तीन पुत्रियों की मां है। रारा जी गिरडीह में तीन लोक पंडल विधान में इन्द्र का पद प्राप्त कर चुके हैं। आपके द्वारा दुजोद के मंदिर में महावीर स्वामी की,मधवन शिखरजी में नंदीश्वर द्वीप की तथा श्री महावीर जी स्थित कमलाबाई के नये कांच के मंदिर में पाश्वनाथ स्वामी की प्रतिमा विराजमान की जा चुकी है । आप वर्तमान में गिरडोह जैन समाज के मंत्री हैं इसके पूर्व अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। शिखरजी में निर्मित हो रहे मध्य लोक शोध संस्थान के कोषाध्यक्ष हैं। भारतवर्षीय दि.जैन महासभा के सदस्य हैं । आपकी धर्मपत्नी के शुद्ध खान-पान का नियम है । मुनियों को आहार देती रहती हैं। राराजी गिरडीह जैन समाज के वयोवृद्ध उत्साही समाजसेवी हैं। पता : लक्ष्मीनारायण सुरेशकुमार जैन, स्टेशन रोड, गिरडीह (बिहार) श्री विद्याप्रकाश जैन श्री जैन रामगढ जैन समाज के विशिष्ट समाजसेवी है। आप सीकर (राज) से सन् 19415 में यहां आकर व्यवसाय करने लगे। वर्तमान में आप भवन निर्माण एवं बांध निर्माण की ठेकेदारी करते हैं। आपका जन्म 14 फरवरी सन् 1943 में हुआ । रांची से सन् 1:465 में सिविल इंजीनियर की परीक्षा पास की । उसी वर्ष आपका विवाह श्रीमती प्रभा जैन से हो गया जो रामगढ़ के ही स्व.पत्रालाल जो अजमेरा की पुत्री हैं। आपको दो पुत्र एवं दो पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हो चुका है.। दोनों युवा अजय (25 वर्ष) एवं अजीत (10 वर्ष) पुत्री सरिता एवं संगीता अभी पढ़ रही हैं। आपने सीकर एवं रामगढ दोनों ही नगरों में सिद्धचक्र विधान कराया । सीकर के नये मंदिर के निर्माण में आपके परिवार ने पुर्ण सहयोग दिया। रामगढ़ समाज के निर्माण मंत्री हैं। तीर्थ यात्रा प्रेमी हैं। आपके पिताजी श्री मदनलाल जी छाबड़ा का 57 वर्ष की आयु में सन् 69 में स्वर्गवास हो गया । आपकी माद्री प्यारी बाई जो मानमल जी झांझरी झुमरीतिलैया की पुत्री हैं । मुनियों को आहार देती रहती हैं। आपके बड़े भाई श्री मोतीलाल जी छाबड़ा 60 वर्षीय वृद्ध हैं । भिवंडी में वस्त्र व्यवसाय करते हैं। उनकी पत्नी का नाम जीवनदेवी है जो सीकर के भंवरलाल जी विनायका की पुत्री है । एक पुत्र एवं एक पुत्री की मां है । छोटे भाई पदमचंद जैन है । 43 वर्षीय युवा है । पत्नी का नाम सुशीला है । दो पुत्रों की मां है। आपके तीन बहिनें विमला, हीरा एवं मैनादेवी हैं। पता : जैसवाल कालोनो रामगढ़ केन्ट (हजारीबाग)
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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