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________________ बिहार प्रदेश का जैन समाज /559 पढ़ रहे हैं। पुत्रियों में किरण बी कॉम. है तथा उसः। कि श्री रामानमार जी सेती में शाम हो गया है शेष दोनों पुत्रियां मोनिका एवं रानी पढ़ रही हैं। बाकलीवाल जी सामाजिक व्यक्ति हैं । रांची में मंदिर पर ध्वजारोहण कर चुके हैं। पहले डाल्टनगंज दि.जैन पंचायत के कोषाध्यक्ष रह चुके हैं । दि.जैन विद्यालय के मंत्री भी रहे हैं। रांची थोक वस्त्र विक्रेता संघ की कार्यकारिणी के सदस्य, छोटा नागपुर चैम्बर आफ कामर्स के लाइफ मैम्बर,दि.जैन भवन निर्माण समिति के संयोजक है। रांची में आपका लेखक को बहुत सहयोग प्राप्त हुआ। आपके बड़े भाई चीमालाल जी डाल्टनगंज रहते हैं । पत्नी का नाम शांतिदेवी है। दो पुत्र एवं सात पुत्रियों के पिता हैं। छोटे भाई महावीरप्रसाद जी एवं शांतिलाल जी भी वहीं रहते हैं। आपके सात बहिनें हैं -भवरीदेवी, चम्पादेवी, केशरदेवी, परमेश्वरीदेवी,सुशीलादेवी एवं शकुन्तलादेवी सभी का संपन्न घरानों में विवाह हो चुका है। पता - श्री जैन टैक्सटाइल्स, अपर बाजार रांची (बिहार) श्री रूपचन्द सेठी श्री रूपचन्द सेठी हजारीबाग जैन समाज के विशिष्ट व्यक्ति हैं। आपके पिताजी स्व.श्री सुगनचंद जी सेठी समाज के मंत्री एवं अध्यक्ष रहे तथा अंतिम समय तक अपने आपको समाजसेवा में समर्पित रखा । समाजसेवा के ऐसे ही गुण श्री रूपचन्द जी सेठी में देखे जा सकते हैं। आपका जन्म संवत् 1995 में हुआ। रांची विश्वविद्यालय से आपने बी.ए किया । इसके पश्चात इलैक्टिकल हार्डवेयर तथा ऐजेन्सी का व्यवसाय करने लगे। सन 1951 में आपका विवाह हो गया । आपकी धर्मपत्नी श्रीमती गुणमाला देवी जसपुर निवासी श्री थूलमल जी काला की पुत्री हैं। आपको एक पुत्र एवं तीन पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त है । आपका एकमात्र पुत्र संजयकुमार 25 वर्गीय युवा है। तीन पुत्रियों में से नीलम एवं अनिता का विवाह हो चुका है । अर्चना अभी पढ़ रही है । सन् 1981 में आप सभी तीर्थों की वंदना कर चुके हैं। आपकी माताजी श्रीमती बदामीबाई जी के शुद्ध खान-पान का नियम है । वे मुनियों को आहार देती रहती हैं। आपके पिताजी ने ईसरी में महिलाश्रम के नाम से एक फ्लेट तथा पावापुरी धर्मशाला में एक कमरे का निर्माण करवाया । आपके दादाजी स्व. भगतूलाल जी सेठी जो दांतारामगढ से हजारीबाग आकर रहने लगे थे,दि. जैन खण्डेलवाल महासभा के प्रभावशाली नेता थे। आपकी पत्नी ने सन् 1987 में दशलक्षण व्रत के उपवास किये थे। आपके दो छोटे भाई धीरेन्द्रकुमार (43 वर्ष) एवं सुमेरचन्द (35 वर्ष) आपके हो साथ कार्य करते हैं। आपकी पांच बहिनें-पानादेवी,सुमनजैन, शकुन्तलादेवी,मीनादेवी एवं आभा बैन हैं। सभी का विवाह हो चुका है। .iN
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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