SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 545
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 530/ जैन समाज का जहर इतिहास श्री काला जी औरंगाबाद पंचकल्याणक में ईशान इन्द्र के पद से अलंकृत हो चुके हैं। आप विगत 13 वर्षों से रफीगंज जैन समाज के मंत्री है। आचार्य संभवसागर जी महाराज चातुर्मास समिति के मंत्री रह चुके हैं । गया जी में सन् 1981 में जनमंगल रथ में सारथी बने थे । आल इंडिया दि.जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी बम्बई के सम्माननीय सदस्य हैं। आपकी पत्नी के शुद्ध खान-पान का नियम है। मुनियों को आहार देती रहती हैं। पता: दीनदयाल काला, रफीगंज (औरंगाबाद) बिहार श्री धरमचंद छाबड़ा आपके पूर्वज राजस्थान निवासी हैं। पालावास के श्री रामकुमार सुपुत्र लादूलाल जी पहले कलकत्ता गये और फिर झुमरीतिलैया आये और यहीं पर व्यवसाय में काफी सफलता प्राप्त की । श्री धरमचंद का जन्म संवत् 2005 में फाल्गुण सुदी में हुआ। आपने मैट्रिक किया और आपके पिताजी श्री लादूलाल जी का स्वर्गवास 5-12-1965 को हुआ । मैट्रिक तक अभ्रक के व्यवसाय में लग गये। सन् 1960 में आपका विवाह श्रीमती सरोजदेवी के साथ हुआ। जिनसे आपको पांच पुत्रों - मनोज कुमार, संजय,ललित, राजेश एवं विनय की प्राप्ति हुई। आपके पिताजी श्री लादूलाल जी पंचकल्याणकों में इन्द्र की बोली लेते रहते थे। भगवान बाहुबली महामस्तकाभिषेक के अवसर पर स्वर्णकलश की बोली ली थी । आपकी माताजी भी शुद्ध खान-पान वाली महिला थी उन्होंने दो बार दशलक्षण वत के उपवास किये थे। __ आपके चार छोटे भाई निर्मलकुमार जी,त्रिलोककुमार जी,वीरेन्द्रकुमार जी सभी उत्साही युवक हैं। श्री निर्मलकुमार जी तो वर्तमान में दि. जैन समाज की कार्यकारिणी के सदस्य हैं। पता: छाबड़ा ब्रदर्स,स्टेशन रोड ,झूमरीतिलैया श्री नन्दलाल सेठी हजारीबाग जैन समाज के अध्यक्ष एवं मंत्री पद पर रहे हुये श्री नन्दलाल जी सेठी विशाल व्यक्तित्व के धनी हैं । आपका जन्म जेठ बुदी 4संवत् 1970 में हजारीबाग में हुआ । सामान्य शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आप ट्रांसपोर्ट एवं एजेन्सी व्यवसाय में चले गये 112 वर्ष की बाल अवस्था में ही श्रीमती पतासी देवी के साथ आपका विवाह हो गया । जिनसे आपको दो पुत्रों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आपके ज्येष्ठ पुत्र श्री भागचंद 55 सन्त देख चुके हैं। उनकी पत्नी का नाम कंचन बाई है। जो तीन पुत्र सुशील, सुबोध एवं सुनील एवं एक पुत्री सीमा की जननी है। सभी का विवाह हो चुका है। दूसरे पुत्र श्री विनोदकुमार 36 वर्षीय युवा हैं । पत्नी का नाम सुशीला है जो दो पुत्र विनीत एवं नलिन की मां है। ___ आपने हजारीबाग में दि. जैन माध्यमिक विद्यालय को समाज के सहयोग से स्थापित करने का यशस्वी कार्य किया। समाज के होमियोपैथिक अस्पताल के आप संचालक है । बंगाल विहार तीर्थ क्षेत्र कमेटी एवं बिहार प्रान्तीय तीर्थ क्षेत्र कमेटी के सदस्य हैं। महासभा के सदस्य हैं। मुनिभक्त हैं।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy