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________________ 524/ जैन समाज का व्हट् इतिहास श्री चुन्नीलाल छाबड़ा झुमरीतिलैया के श्री चुत्रीलाल छाबड़ा अच्छे समाजसेवी हैं। आप सन 1956 में झुमरीतिलैया में आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा के व्यवस्थापक रहे थे । दि.जैन मंदिर झूमरी की कार्यकारिणी के सदस्य हैं । पालवास का मंदिर आपके पूर्वजों द्वारा बनवाया हुआ है। आपका जन्म संवत् 1982 (सन् 1925) में मंगसिर मास में हुआ । सामान्य शिक्षा प्राप्त की और गल्ला एवं टक ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करने लगे। सन् 1944 में आपका विवाह हो गया तथा सन् 1949 में आपके पिताजी श्री रामकुमार का निधन हो गया। आपकी माताजी तो इसके पूर्व ही चल बसी थी। आपकी पत्नी श्रीमती चन्दा देवी जी चार पुत्र सर्व श्री सुरेश कुमार (40 वर्ष) नरेश कुमार (36 वर्ष) प्रदीप कुमार (A) वर्ष) एवं सुबोध कुमार (29 वर्ष),दो पुत्रियों मीना एवं बीना की जननी हैं । सभी पुत्रों एवं पुत्रियों का विवाह हो चुका है। आपके पूर्वज पालवास (सीकर,राज) के मूल निवासी थे। वहां से वे कलकत्ता गये और फिर कलकत्ता से पटना आकर बस गये। पता : जैन मोहल्ला,झुमरीतिलैया (बिहार) श्री छीतरपल पाटनी देवली (नागौर) के मूल निवासी श्री छीतरमल पाटनी नागौर में करीब 40 वर्ष पूर्व अपने पिता स्व.मानमल जी पाटनी के साथ हजारीबाग आये । आपके पिताजी का स्वर्गवास सन् 1981 में और माताजी पतासीदेवी का बहुत पहिले सन् 1955 में हुआ। पाटनी जी का जन्म 6 जुलाई सन् 1943 को हुआ । इन्टर तक की परीक्षा हजारीबाग से ही की और फिर सीमेन्ट उत्पादन एवं परिवहन का कार्य करने लगे । सन् 1962 में आपका विवाह हो गया। आपकी धर्मपत्नी श्रीमती सुमति जैन रांची के श्री कन्हैयालाल जी गंगवाल की सुपुत्री है। आपकी सामाजिक सेवायें उल्लेखनीय हैं । हजारीबाग में संपन्न वेदी प्रतिष्ठा में आप इन्द्र बने और पूरा सहयोग दिया । हजारीबाग जैन समाज के वर्तमान में आप मंत्री हैं । जैन हाईस्कूल के संयुक्त मंत्री हैं। भारतीय जनता पार्टी के नगर कोषाध्यक्ष हैं । रोटरी क्लब के बोर्ड आफ डाइरेक्टर्स के सदस्य हैं । बैंडमिन्टन के कुशल खिलाड़ी एवं होमियोपैथी द्वारा मरीजों को निःशुल्क सेवा करते हैं। आपकी धर्मपली ने सन् 1954 में अष्टान्हिका के आठ उपवास किये थे। वह मुनिभक्त ... हैं तथा आहार आदि देने में पूरी रुचि रखती हैं। आपके चार बड़े भाई उम्मेदमल जी, कुन्दनमल जी,चन्दनमल जी एवं कपूरचंद जी तथा छोटे भाई मदनलाल जी सभी अपने अपने व्यवसाय में कुशल हैं। पता : छीतरमल पाटनी,काली बाडी रोड,हजारी बाग . RA
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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