________________
बिहार प्रदेश का जैन समाज /523
राज
श्री गौरीलाल सेठी
झूमरीतिलैया के गौरीलालजी सेठी कट्टरमुनिभक्त है । आपकी पत्नी ने शुद्ध खानपान का नियम लिया हुआ है। इसलिये आहार देने में पूर्ण रुचि रहती है। आप दि. जैन समाज झूमरीतिलैया के बीस वर्ष तक मंत्री रह चुके हैं । ईसरी आश्रम की कार्यकारिणी के मष्ट्य एवं टूटी हैं। तीर्थयात्रा प्रेमी हैं । संघ के व्यवस्थापक बनकर चार बार तीर्थ वंदना कर चुके हैं। ।
आपका जन्म संवत् 1971 में हुआ ।शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आप माइका व्यवसाय में चले गये जिसमें उन्होंने अच्छी प्रसिद्धि प्राप्त की। 16 वर्ष की आय में आपका विवाह मनभरदेवी से हुआ जिनसे आपको तीन पुत्र एवं तीन पुत्रियों की प्राप्ति हुई। आपके तीनों पुत्र सर्व श्री निर्मलकुमार, सुरेश कुमार एवं अशोककुमार बीकॉम हैं । विवाहित है और अप्रक का ही व्यवसाय करते हैं। तीनों पुत्रियों, सावित्री,इन्द्रमणि एवं कुसुम सभी का विवाह हो चुका है । लेकिन वर्ष पूर्व आपकी धर्मपत्नी मनभरदेवी का स्वर्गवास हो गया।
पता :जैन मोहल्ला,झूमरीतिलैया (सजारी बाग)
श्री चंदनमल पांड्या
सब कुछ पाकिस्तान में छोड़कर हजारी बाग में शरणार्थी बनकर बसने वाले श्री चंदनमल जी पांड्या को जीवन में कितनी ही बार कड़ा संघर्ष करना पड़ा । आपका जन्म 14 जून संवत् 1985 (सन 1938) को हुआ। आपको एक वर्ष का छोड़कर आपके पिताजी श्री मोहनलाल जी पांड्या चल बसे । सामान्य शिक्षा प्राप्त की और माइन्स का व्यवसाय करने लगे। जब 17 वर्ष के थे तभी आपका विवाह राखी बाई के साथ हो गया । राखीबाई राणोली के श्री जीवनलाल जी छाबड़ा की सुपुत्री हैं। आपको एक पुत्र विजयकुमार एवं एक पुत्री मैना का पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। विजय कुमार का विवाह हो गया। धर्मपली का नाम सुषमा है।
५.
आप सामाजिक जीवन बिताने वाले हैं। आप हजारी बाग जैन समाज के अध्यक्ष रहे । वर्तमान में आप ठपाध्यक्ष है। हजारी बाग में आयोजित वेदी प्रतिष्ठा में आपका पूर्ण योग रहा । आएकी पत्नी के शुर खानपान का नियम लिया हुआ है।
पांड्या जी का संघर्षशील जीवन रहा । वे शांत स्वभावी एवं पूरे धार्मिक संस्कारों से युक्त थे । आपका स्वर्गवास दिनांक 22.11.88 को हो गया।
पता : चन्दनमल विजयकुमार जैन, बड़ा बाजार,हजारी बाग