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________________ बिहार प्रदेश का जैन समाज /521 श्री गणपतलाल बड़जात्या श्री गणपतलाल जी बड़जात्या वयोवृद्ध समाजसेवी हैं । दि. जैन समाज इटखोरी के अध्यक्ष रह चुके है तथा वहां की ग्राम पंचायत के सरपंच एवं मुखिया रह चुके हैं। आप सरल स्वभावी एवं मिलनसार हैं। वर्तमान में आपकी आयु 77 वर्ष की है। आप गल्ला खाद्यान्न,घी, चीनी के कमीशन एजेन्द है । 25 वर्ष की आयु में आपका विवाह श्रीमती सुगनौदेवी के साथ हुआ। जिनसे आपको दो पत्र जिनेन्द्रकमार एवं राजेशकमार तथा तीन पत्रियों हीरामणि संतोष एवं किरण जैन की प्राप्ति हई । दोनों ही पुत्रों ने बी.कॉम.किया है । जिनेन्द्रकुमार की पत्नी का नाम रंजना है तथा साधनादेवी राजेश कुमार की पत्नी है। आपने इटखोरी में अपने गृह चैत्यालय में धातु की प्रतिमा विराजमान की है । मुनि भक्त हैं । सभी तीर्थों की वंदना कर चुके हैं। धार्मिक स्वभाव के हैं। आपके दोनों बड़े भाइयों पूरामल जी एवं शिवचरणलाल जी का स्वर्गवास हो चुका है । शिवचरणलाल जी के पांच पुत्र एवं छह पुत्रियां हैं। आपके एक भाई बिरघीचंद जी है जो जसपुर में रहते हैं। दो बहिनें- मलूक बाई एवं मनभरदेवी हैं । पता: गणपत बड़जात्या,राधेश्याम गैरेज लेन, ओल्ड कमिश्नर कम्पाउंड,राची (बिहार) श्री गंगाबक्स गंगवाल दो दशक पूर्व राजस्थान से आने वाले श्री गंगाबक्स जी गंगवाल ने रांची जैन समाज में अपना विशिष्ट स्थान बना लिया है । वर्तमान में आप 70 को पार कर गये हैं। संवत् 1990 में आपका विवाह श्रीमती घेवरी देवी के साथ संपन्न हुआ। जिनसे आपको तीन पुत्र एवं तीन पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आपके लौह धातु का व्यवसाय है । आपके ज्येष्ठ पुत्र श्री कन्हैयालाल जी 50 वर्षीय है बी.कॉम. हैं । पली का नाम तारामणि है जो तीन पुत्रियों एवं एक पुत्र की माँ है । दूसरे पुत्र श्री प्रकाशचंद जी बी कॉप. है । 47 वर्षीय होने पर भी एकदम चुस्त रहते हैं। पत्नी का नाम केशरदेवी है जो दो पुत्र एवं तीन पुत्रियों की जननी है। सबसे छोटे लड़के श्री हरकचंद हैं। पत्नी का नाम विमला देवी है । तीन पुत्र एवं एक पुत्री की माँ है । श्री हरकचंद जी दि.जैन पंचायत रांची के कोषाध्यक्ष हैं । जैन ज्योति राशि के धौ कोषाध्यक्ष हैं। सीकर में इन्द्रध्वज विधान में इन्द्र पद से सुशोभित हुये थे । रूपनगढ़ में आपके पूर्वजों द्वारा मंदिर निर्माण करवाया गया था । आपकी माताजी के शुद्ध खानपान का नियम है । मुनिभक्त हैं । आहार आदि देने में रुचि रखते हैं। आपकी माताजी ने दशलक्षण व्रत उपवास किये थे। 58 वर्षीय आपके छोटे भाई सोहनलाल जी रूपनगढ़ में ही रहते हैं। उनके दो पुत्र शांतिस्वरूप एवं धर्मचन्द हैं । कलकत्ता एवं पटना में व्यवसाय हैं। पता : स्टील ट्रेडिंग कम्पनी, सेवा सदन रोड,अपर बाजार, रांची (बिहार)
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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