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________________ राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /489 आपने हाईस्कूल तक शिक्षा प्राप्त की और सर्राफी के व्यवसाय में चले गये। संवत् 2007 में आपका शांतिदेवी के साथ विवाह हुआ। आपको दो पुत्र श्री प्रकाशचंद एवं कमलकुमार तथा चार पुत्रियां पुष्पा, मंजू, ललिता एवं कुसुमलता के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हो चुका है। चारों पुत्रियां एवं एक पुत्र का विवाह हो चुका है। ठोलिया जो धार्मिक विचारों से ओतप्रोत हैं। स्वभाव से उदार एवं मधुर भाषी हैं। बघेरा में आयोजित पंचकल्याणक में आप दोनों इन्द्र इन्द्राणी पद से सुशोभित हुये थे। तीर्थयात्रा प्रेमी हैं तथा सभी तीर्थों की वंदना कर चुके हैं। मुनिभक्त हैं तथा मुनिराजों को आहार देकर पुण्य लाभ लेते रहते हैं। पता :- माणकचंद प्रकाशचंद जैन सर्राफ, केकड़ी (अजमेर) श्री माणकचंद सौगानी श्री सौगानी अजमेर के वयोवृद्ध राष्ट्रीय नेता हैं। विगत 40 वर्षों से वे सक्रिय राजनीति में हैं तथा ऊंचे पद पर कार्य कर चुके हैं। 29 दिसम्बर सन् 1909 को आपका जन्म हुआ। बी. कॉम., एल. एल. बी. किया। पहिले बीमा विभाग में रेल्वे एवं शिक्षा लाइन में रहने के पश्चात् सन् 1946 से वकालत के साथ राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लेने लगे। सन् 1927 में आपका मोतीबाई से विवाह हुआ और आपको पांच पुत्र श्री विनयचन्द, प्रफुल्लचंद, सुरेशचंद, जिनेश एवं सुधीर एवं दो पुत्रियों के पिता बनने का गौरव प्राप्त हुआ। आपके सभी पुत्र एडवोकेट हैं और आप ही के पद चिन्हों पर चल रहे हैं। आपके एक पुत्र जिनेश का भारत पूर्व गृहमंत्री की पुत्री से विवाह हुआ है। सौगानी जी के जीवन की उपलब्धियां एक नहीं अनेक है। अजमेर नगर पालिका के तीन बार सदस्य रहे तथा उसके दो बार अध्यक्ष रहे । सन् 1972 77 वस्थान विधान के सन् 1 से 84 तक यू.आई.टी. के अध्यक्ष रह चुके हैं। अजमेर नगर कांग्रेस (आई) के अध्यक्ष रहे। महात्मा गांधी एवं जवाहरलाल नेहरू के संपर्क में रहे। एक बार अजमेर में जब गांधी जी आये तो वे आपके ही घर ठहरे थे । सौगानी जी सामाजिक क्षेत्र में भी छाये रहे। जैन औषधालय के पहिले अध्यक्ष एवं वर्तमान में संरक्षक हैं। बड़ा धड़ा मंदिर के 10 वर्ष तक अध्यक्ष रहे। भगवान महावीर 2500 वां निर्वाण शताब्दी समारोह के सक्रिय कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी रहे। सन् 1981 में भगवान बाहुबलि महामस्तकाभिषेक समारोह में अजमेर से श्रवणबेलगोला तक स्पेशल ट्रेन के संरक्षक रहे । राजस्थान विधानसभा में पशुबलि निरोधक बिल पास कराने में सक्रिय योगदान दिया। टैक्स बार ऐसोसियेशन के सक्रिय सदस्य रहे । पता : सौगानी भवन, अजमेर । श्री माणकचंद सोनी केकड़ी के प्रसिद्ध समाजसेवी श्री माणकचंद जी सोनी विशाल व्यक्तित्व के धनी है। आपका जन्म पौष बुदी 2 संवत् 1980 को हुआ। आपके पिताजी श्री समीरमल जी का (संवत् 1990 में ही) स्वर्गवास हो गया तथा माताजी श्रीमती दाखादेवी भी संवत् 2025 में स्वर्ग सिधार गई। आपने प्रारंभिक शिक्षा केकड़ी में दिगम्बर जैन संस्कृत विद्यालय में फिर पं. मूलचंद जी
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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