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________________ राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /485 गंगवाल साहब किशनगढ़ पंचकल्याणक महोत्सव 1979 में ऐशान इन्द्र का पद प्राप्त कर चुके हैं । दि.जैन तेरहपंथ पंचायत के मंत्री एवं कोषाध्यक्ष रह चुके हैं। धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत हैं । दि.जैन आदिनाथ मंदिर में प्रतिदिन शास्त्र प्रवचन करते हैं । स्वयं की अच्छी लायबेरी है जिसमें 300 से अधिक पुस्तकें हैं । मुनिभक्त हैं । आचार्य ज्ञानसागर एवं धर्मसागर जी के प्रति आपकी गली आस्था रही है। पता - बोदूलाल प्रेमचन्द जैन, सुमेर टैक्सटाइल, __ सिटी रोड,मदनगंज किशनगढ़ (अजमेर) श्री भंवरलाल जी सौगानी श्री भंवरलाल जो सौगानी एवं उनका परिवार त्र्यावर का विशिष्ट शिक्षित परिवार है । आपका जन्म संवत् 1960 के चैत्र मास में हुआ । सामान्य शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आप हिसाब का कार्य करने लगे। सन् 192A) में आपका विवाह धापू बाई के साथ संपन्न हुआ । आपको तीन पुत्र एवं एक पुत्री के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। लेकिन आपकी पत्नी का करीब 27 वर्ष पूर्व ही देहान्त हो गया। इससे आपका जीवन स्वाध्यायशील बन गया। श्री कैलाशचन्द जी सौगानी आपके सबसे बड़े पुत्र हैं। आपका जन्म 13 मार्च 20 को हुआ। बीकॉम, (1947) एल.एल.बी (1953) एवं सन् 1967 में एफ.सी.ए.की । इसके पूर्व सन् 1943 में आपका विवाह सुश्री रत्नारानी से हो गया । ब्यावर की कृष्णा मल में लेबर आफीसर के पद पर कार्य किया तथा मिल के कार्य से यूरोप अमेरिका आदि देशों में जा चुके हैं। विगत 8 वर्षों से आप कृष्णा मिल के सेक्रेट्री हैं। आप दो पुत्र एवं दो पुत्रियों के पिता हैं । भरतकुमार बीई है एवं स्वर्ण पदक विजेता हैं । जापान में 6 महिने रहकर आये हैं। दूसरे पुत्र शैलेश जी बी.ए.एल.एल.बो. हैं । दोनों पुत्रियां शैलबाला एवं शशि बी.ए. है । दूसरे पुत्र प्रेमचंद जी नेशनल इन्शोरेन्स कम्पनी चण्डीगढ़ में डिवीजनल मैनेजर हैं । तीसरे पुत्र अनूपचंद जी असिस्टेन्ट डाइरेक्टर सांख्यिकी विभाग देहली में कार्यरत हैं। इस प्रकार सौगानी जी का पूरा परिवार सुशिक्षित एवं धार्मिक विचारों से सुसम्पत्र हैं । पता : 35, चम्मा नगर, ब्यावर । श्री भागचन्द पाटनी जैन गुड्स ट्रांसपोर्ट कम्पनो नसीराबाद के प्रोप्राइटर श्री भागचन्द जी पाटनी विशाल व्यक्तित्व के धनी हैं । आपका जन्म सन् 1930 में हुआ था । इन्टर साइन्स से करने के पश्चात् आप ट्रांसपोर्ट कम्पनी का व्यवसाय करने लगे।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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