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________________ 424/ जेन सम्गज का वृहद इतिहास स्वयं का परिवार आपके ज्येष्ठ पुत्र श्री भंवरलाल जो का जन्म संवत् 1969 में हुआ। 18 वर्ष की आयु में मीना देवी के साथ विवाह हुआ। आपके एक मात्र पुत्री अन्जुबाई है। भंवरलाल जी भी जामनगर में नमक का व्यवसाय करते हैं । समाजसेवा की रुचि आपको अपने पिताश्री से प्राप्त हुई है । सन्मति दि. जैन औषधालय स्मारिका के प्रबन्ध संपादक रह चुके हैं। गुजरात नमक विक्रेता संघ के उपाध्यक्ष, जामनगर साल्ट एसोसियेशन के अध्यक्ष, कच्छ सौराष्ट्र साल्ट मर्चेन्टस एसोसियेसन के कोषाध्यक्ष, राजस्थान समाज जामनगर के उपाध्यक्ष हैं । धार्मिक कार्यों में पूर्ण रुचि लेते हैं। पाकिस्तान को व्यापारिक यात्रा कर चुके हैं। कट्टर मुनि भक्त हैं। आपके छोटे पुत्र श्री चिरंजीलाल जो शान्त स्वभावी हैं। आप चार पुत्र दिनेश, धर्मेन्द्र मन्तोष एवं मनोज तथा एक पुत्रा मंजू बाई के पिता हैं। पता: ।- सुवालाल, चतुर्भुज अजमेरा, पांचवा,नागौर 2- अजमेरा जैन एण्ड कम्पनी विवल निघाम,दिग्विजय हाट, जामनगर परिवारजन धर्मपली श्री चतुर्भुज अजमेरा अंबरलान अजमे गोना अजमेग मापा Sid श्री चांदकपूर सेठी लाडनूं के सेटी परिवार में जन श्री चांदकपूर मेटी युवा समाज सेवी है । सन् 1975 में राज. विविद्यालय से मांग करने के पश्चात भी आपने अपना ही व्यवसाय प्रारंभ कर दिया। सन् 1977 में आपका विवाह श्रीमती सरला देवी से संपन्न दुका । जिनसे आपको दो पुत्रियां गरिमा एवं चिकी की प्राप्ति हुई। आपके पिताजी श्री सुकुमाल सेठी का स्वर्गवास सन 1978 में हु ना जब वे केवल 50 वर्ष के ही थे । माताजी मनफूलदेवी का आशीर्वाद प्राप्त है।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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