SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 421
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 406/ जैन समाज का बृहद् इतिहास श्री मोतीलाल टोंग्या भवानीमंडी के वयोवृद्ध समाजसेवी श्री भातीलाल जो टो-या अब तक आतशय क्षेत्र चांदखेडी, मक्सी पार्श्वनाथ, समवशरण मन्दिर चांदखेडी निर्माण में उल्लेखनीय आर्थिक सहयोग कर चुके हैं । आहार औषधालय संचालन एवं पूजा जैसे कार्यों में आपकी विशेष रुचि रहती है। आप रामगंजमंडी एवं झालरापाटन पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में इन्द्र के पद से सुशोभित हुए थे । आप पहिले बैंक सर्विस में थे और वहां से सेवा निवृत्त होकर सादगी से जोवनयापन कर रहे हैं। वर्तमान में आपकी आयु करीब 80 की हो गयी है। आपकी धर्मपत्नी का नाम कंचन बाई है। पता: जैन मन्दिर के पास, भवानीमंडी (कोटा)। श्री मुकेश कुमार रांवका ___ श्री मुकेशकुमार का जन्म रामगंजमंडी एवं झालावाड़ के प्रसिद्ध घराने में दिनांक 14 जनवरी सन् 1952 को हुआ । उसी वर्ष आपके पिताजी श्री दीपचंद जी रावका का मात्र 24 वर्ष की आयु में बिजली का करेन्ट लगने से निधन हो गया । आपकी माताजी श्रीमती चन्द्रकला देवी जी रावका बहुत ही सहनशील महिला हैं जिन्होंने आपका पालन पोषण किया। सन् 1971 में आपने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से बी.ए.किया । पढ़ाई जारी रखने के लिये आपको बहुत कष्ट उठाने पड़े और चने खाकर रहना पड़ा । पढ़ाई करने के बाद व्यापारिक क्षेत्र में रामगंजमंडी की प्रसिद्ध फर्म नाथूराम का कार्य देखने लगे। दिनांक 30 नवम्बर, [976 को आपका विवाह ब्यावर की सुश्री संतोष के साथ संपन्न हुआ.। आपको दो पुत्रियाँ सोनल एवं चेताली एवं एक पुत्र नमन के पिता होने का गौरव प्राप्त है। आपके पूर्वजों ने झालरापाटन एवं रामगंजमंडी में आयोजित पंचकल्याणकों को संपन्न कराया था। उसके पश्चात् सेठ कल्याणमल जी रावका की धर्मपत्नी श्रीमती सेठानी धारकंवर बाई जी ने उसे समाज को संभला दिया । श्री मुकेश जी बहुत ही उत्साही युवक हैं । व्यापारिक दक्षता के साथ-साथ समाजसेवा में पूर्ण रुचि रखते हैं। स्वभाव से अत्यधिक विनीत एवं आतिथ्य प्रेमी हैं। आपकी माताजी श्रीमती चन्द्रकला जी रावका बी.ए. विशारद है। समाज सेवा में अग्रणी हैं। रामगंजमंडी महिला समाज की संयोजिका हैं । सेवाभावी महिला हैं । पति के मरने के पश्चात् आपको काफी कष्ट उठाना पड़ा। मैट्रिक किया और फिर बी.ए.किया । जयपुर में श्री महावीर दि.जैन हायर सैकेण्डरी स्कूल में सर्विस करनी पड़ी । लेकिन आपने हार कभी नहीं मानी और अपने एक मात्र पुत्र मुकेश के जीवन निर्माण में लगी रही। श्रीमती चन्द्रकला देवी राबका पहा- नाथूराम जोरजी, रामगंज मंडी,कोटा श्री यशभानुकुमार पाटोदी राजस्थान की किशनगंज में 19 अगस्त 1954 को जन्में श्री यशभानुकुमार सन्1972-73 में मैकेनिकल इन्जीनियरिंग में डिप्लोमा करके गैस एजेन्सी का कार्य करने लगे । आपके पिताजी श्री दिनेश चन्द जी किशनगंज में ही खेती का कार्य करते
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy