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________________ राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /405 समारोहों में अपनी मुख्य भूमिका निभाते हैं। सन् 1973 में कोटा में जब दि. जैन परिषद का स्वर्ण जयन्ती अधिवेशन हुआ था तो आप स्वयं सेवक समिति के संयोजक थे। उमेशकुमार आपका छोटा भाई है तथा एक पुत्री वंदना एवं दो पुत्र विकास एवं वरुण से अलंकृत हैं। पता:- 3 क 34 विज्ञान नगर, कोटा (राज.) श्री माणकचंद पाटनी ट्रांसपोर्ट के व्यवसाय में लगे हुये श्री माणकचंद पाटनी कोटा की जैन समाज में ख्याति प्राप्त समाजसेवी हैं। नगर की छावनी सर्किल में आप विशेष रूप से लोकप्रिय हैं। आपके पिताजी श्री घीसालाल जी एवं माताजी श्रीमती सुगनीबाई दोनों का स्वर्गवास हो चुका है। संवत् 1988 में सावन सुदी 5 आपका जन्म हुआ और 16 वर्ष की आयु में संवत् 2004 में आपका विवाह श्रीमती कंचनदेवी के साथ संपन्न हुआ। आपको तीन पुत्र सुभाष चंद, नवीन चन्द एवं राजकुमार एवं दो पुत्रियाँ चांदवाई एवं उषा बाई के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त है। तीनों ही पुत्र ट्रांसपोर्ट के व्यवसाय में लगे हुये हैं तथा दोनों पुत्रियों का विवाह हो चुका है। पाटनी जी समर्पित कार्यकर्ता हैं एवं अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह करने वाले समाजसेवी हैं। श्री दिगम्बर जैन मंदिर छावनी के आप सदस्य हैं। पता:- जैन गुड्स ट्रांसपोर्ट, 21, नई धान मंडी, कोटा । श्री माणकचंद सेठी बारां के सामाजिक क्षेत्र में श्री माणकचंद सेठी का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। आप दि. जैन समाज बारां के अध्यक्ष हैं। आपका जन्म श्रावण सुदी 10 सं. 1982 को हुआ। आपके पिता श्री नंदलाल जी व माताजी श्रीमती मोतिया बाई दोनों का ही स्वर्गवास हो चुका है। आपने आठवीं कक्षा तक सामान्य शिक्षा प्राप्त की और आढत एवं कमीशन का कार्य करने लगे। संवत् 2008 में आपका विवाह श्रीमती चंदा बाई से हुआ जिनसे आपको तीन पुत्र, अशोक, प्रवीण एवं राकेश की प्राप्ति हुई। तीन पुत्र है जो बी कॉम है। प्रथम दो पुत्रों का विवाह हो चुका है। श्री अशोक के तीन पत्र एवं प्रवीण कुमार के दो पुत्रियाँ हैं । सेठी जी पूर्णतः सामाजिक एवं धार्मिक जीवन व्यतीत करते हैं। बारों में एवं अन्य स्थानों में आयोजित होने वाले पंचकल्याणकों में आप इन्द्र बनने का सौभाग्य प्राप्त करते रहते हैं। तीर्थ यात्रा प्रेमी हैं। अब तक सभी तीर्थों की वंदना कर चुके हैं। बारां की सार्वजनिक संस्था धर्मादा के अध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में उसके कोषाध्यक्ष हैं। महावीर जैन औषधालय 'बारां के वर्तमान में अध्यक्ष हैं। सेठी जी मुनिभक्त हैं । मुनियों को आहार आदि देते रहते हैं। प्रतिदिन पूजा एवं अभिषेक करते हैं। पता:- माणकचंद एण्ड संस, दीनदयाल पार्क, बारां (कोटा)
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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