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________________ राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /397 कुमार बी.काम. एल.एल.बी है और वकालत करते हैं उनकी पत्नी सुनीता है । पुत्री निर्मला जैन एम.ए. है । ___ श्री जयकुमार जी का राजनीति एवं समाज नीति दोनों में योगदान है। आप सन् 1961 से 64 तक नगरपालिका नैनवा के अध्यक्ष रहे । सन् 1966 से 78 तक तथा 1981 से 83 तक बूर पक्ष रहे। सन 1966 से 78 तक तथा 1981 से 83 तक बंदी जिला लोक अभियोजक एवं राजकीय अभियोजक रह चके हैं। सन् 1974-75 में बूंदी जिला-भगवान महावीर 2500 वां निर्वाण महोत्सव समिति के संयोजक थे। दिनांक 9-11-75 को निर्वाण महोत्सव महासमिति द्वारा आपका सम्मान करके समाज सेबक की पदवी दी गई तथा भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव समिति द्वारा स्वर्णपदक से अलंकृत किया गया। इसी तरह जम्बूद्वीप ज्ञान ज्योति का बूंदी जिले का महामंत्री तथा तीर्थ वंदना रथ प्रवर्तन के बूंदी जिला समिति के अध्यक्ष तथा दिनांक 2-9.87 को महावीर जो में प्रशंसा पत्र दिया गया। श्री जैन समाज सेवा के लिये सदैव समर्पित रहते हैं । स्वभाव से सरल एवं मधुर भाषी हैं। पता :- श्री जयकुमार जैन एडवोकेट (68 न्यू कालोनी,बूंदी फोन :2521 श्री टीकमचन्द सेठी सेठी गोत्रीय श्री टीकमचन्द सेठी जो की बारां के समाजसेवियों में गणना की जाती है । आपका जन्म चैत्र सुदी 10 संवत् 1978 को हुआ था। आपके पिताजी श्री नन्दलाल जी का 56 वर्ष की आयु में तथा माताजी श्रीमती मोत्याबाई का बहुत पहिले हो स्वर्गवास हो गया। सामान्य शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आप व्यापारिक लाइन में चले गये और अच्छा नाम कमाया । सन् 1944 में आपका विवाह श्रीमती शान्ति बाई से हुआ। आपको पांच पुत्र सर्वश्री दिनेश कुमार राजेन्द्र कुमार महेशचन्द्र,सोहनलाल, धर्मचन्द एवं तीन पुत्रियों प्रेमबाई,लक्ष्मीबाई एवं चम्पाबाई के पिता बनने का सौभाग्य मिल चुका है। श्री धर्मचन्द के अतिरिक्त सभी का विवाह हो चुका है। श्री महेशचन्द्र बैंक सर्विस एवं श्री धर्मचन्द संस्कृत में आचार्य कर चुके पता :- राजेन्द्र कुमार, महेशचन्द्र जैन,दीनदयाल पार्क,बारां (कोटा) डॉ. ताराचन्द पांड्या कोटा नगर के डॉ. ताराचन्द पांड़या का जन्म 15 अप्रेल सन् 1928 को हुआ था। आपके पिताजी श्री जमनालाल जी का 15 वर्ष की आयु में तथा माताजी श्रीमती थापूबाई का 75 वर्ष की आयु में स्वर्गवास हो चुका है। आपने सन् 1956 में बम्बई मेडिकल कॉलेज से एम.बी.बी.एस.किया इसके पूर्व सन 1952 में बम्बई से ही बी एस.सी.किया । आपका सन् 1946 में चन्दादेवी के साथ विवाह हुआ । जिनसे आपको तीन पुत्र ऋषभ कुमार,जम्बू कुमार एवं लवलेश कुमार तथा 6 पुत्रियां विमला. सुशीला, चन्द्रकसा,शोभा,आभा एवं विभा के पिता बनने का सौभाग्य मिल चुका है। दोनों पुत्र एवं पांचों पुत्रियों का विवाह हो चुका है।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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