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राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /387
परिवार हैं:
खण्डेलवाल
अग्रवाल
जैसवाल
बघेरवाल
हूंबड
पोरवाल
15
12
5
यहां 2 मंदिर एवं एक चैत्यालय है । झालावाड़ तहसील में 13 गाँवों में जैनों की बस्ती है । खानपुर तहसील में खानपुर, सरोला,हरीगढ़ चितावा,धानोटा,पतावर सभी में यबेरवाल जैन समाज के ही प्रमुख रूप से परिवार हैं। सबसे अधिक संख्या खानपुर में है वहाँ उसके 30 परिवार हैं।
खानपुर में दि.जैन अतिशय क्षेत्र चांदखेडी है जहां के विशाल मंदिर में भगवान आदिनाथ को अद्वितीय पद्मासन प्रतिमा है । प्रतिमा गेहुये वर्ण की है जो संवत् 512 की प्रतिष्ठित है । चांदखेडी के मंदिर का निर्माण संवत् 1746 में पूर्ण हुआ जब यहां किशनदास क्षेरवाल द्वारा विशाल पंचकल्याणक प्रतिष्ठा समारोह आयोजित हुआ था । यह प्रतिष्ठा समारोह राजस्थान की प्रमुख प्रतिष्ठा समारोहों में गिनी जाती है ।
झालावाड़ जिले में पिडावा नगर में भी दि.जैनों की अच्छी बस्ती है जिसमें जैसवाल जैनों के सबसे अधिक परिवार हैं। मंदिर है तथा यहां के जैनों में धार्मिक भावना अधिक रूप में देखी जा सकती है।
इस जिले में अकलेरा,बबानी,मनोहरथाना,डग,गंगधार,पंचपहाड की और तहसीलें हैं । सन् 1981 की जनगणना के अनुसार जैन परिवारों की निम्न प्रकार स्थिति थीखानपुर
1001 झालरापाटन तहसील
1743 झालावाड़ 412 झालरापाटन
1037 अकलेरा तहसील - 441 पंचपहाड़ तहसील
1849 अकलेरा शहर 136 भवानी मंडी
6103 पिडावा तहसील - 2194 सुनेल
. 62 पिडावा शहर 1276 गंगधार तहसील
1764
भवानी मंडी व्यापारिक सेन्टर है। यहाँ 85 जैन परिवार रहते हैं जिनकी जातियों के अनुसार संख निम्न प्रकार है :
खण्डेलवाल अग्रवाल बघेरवाल हूंबड जैसवाल श्रीमाल परवार 25
25
2 25 1 4 मध्यप्रदेश के समीप होने के कारण यहां परवार जाति के भी परिवार है।