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________________ 366/ जैन समाज का वृहद इतिहास श्री नाथूलाल बज सर्राफा के व्यवसाय में प्रसिद्धि प्राप्त श्री नाथूलाल जी बज सवाई माधोपुर बैन समाज के प्रमुख कार्यकर्ता हैं। आपका जन्म सावन सुदो 3 संवत् 1985 को हुआ । मिडिल कक्षा तक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् संवत् 2001 में आपका प्रथम विवाह हो गया। लेकिन आप की पहली पत्नी अधिक जीवित नहीं रही और संवत् 2013 में आपका दूसरा विवाह सुश्री कंचनदेवी के साथ हो गया। आपको उनसे पांच पत्रों एवं तीन पत्रियों की प्राप्ति हई। सभी चार पत्रों मोहनलाल, सोहनलाल, नरेश एवं महेश तथा कान्ता,शांति,प्रभा एवं प्रमिला बाई का विवाह हो चुका है । पांचत्र पुत्र दिनेश पढ़ रहा है। आपके पिताजी श्री गुलाबचन्द के स्वर्गवास (सन 19646) के पूर्व माताजी गुलाब बाई का सन् 1945 में ही निधन हो गया था। बज साहब पूर्णतः धार्मिक जीवनयापन करते हैं। शुद्ध खानपान का नियम है । मुनिभक्त हैं। महावीर जी में आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में इन्द्र इन्द्राणी के पद से सुशोभित हो चुके हैं । सांवला बाबा के मंदिर में आप वेदी निर्माण करा चुके हैं। आर्यिका जिनमती माताजी के समाधि स्थान का निर्माण करवाया था। सामाजिक क्षेत्र की दृष्टि से आप श्यामबाबा मंदिर के अध्यक्ष हैं। चमत्कार जी अतिशय क्षेत्र की कार्यकारिणी कमेटी के सदस्य हैं। आपके सुपुत्र श्री मोहनलाल जी सर्राफा संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। बज साहब सामाजिक क्षेत्र में अच्छे व्यक्ति माने जाते हैं। पता : नाथूलाल मोहनलाल जैन सर्राफ, सवाई माधोपुर । श्री निरंजनलाल छाबड़ा दिगम्बर जैन पंचायत सवाई माधोपुर के विगत 20 वर्षों से अध्यक्ष पद पर रहने वाले श्री निरंजनलाल छाबड़ा का जन्म पौष बुदी 2 मंगलवार संवत् 1980 में हुआ। आपके पिताजी श्री कस्तूरचन्द जी का स्वर्गवास 30 वर्ष की आयु में सन् 1926 में ही हो गया तथा माताजी श्रीमती कस्तूरबाई का निधन 80 वर्ष की अवस्था में सन् 1984 में हुआ। माताजी के दो प्रतिमायें थी। सामान्य शिक्षा प्राप्ति के पश्चात् संवत् 2003 में आपका विवाह श्रीमती रतनदेवी से हुआ। जिससे आपको दो पुत्र महावीर कुमार एवं दीपचन्द एवं 6 पुत्रियों की प्राप्ति हुई । पुत्रियों में सुलोचना, मंजू, शशि, त्रिशला का विगह हो चुका है । मुनिभक्त हैं । आचार्य वीरसागर जी महाराज से शुद्ध खान-पान का नियम लिया था। प्रतिदिन पूजा अभिषेक का नियम है । ___ आपके बड़े भाई श्री चिरंजीलाल जो 70 वर्ष के हैं । तीन पुत्रों श्री कमलकुमार चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट, पवनकुमार एम.ए. एवं पदमकुमार बी.ए. से सुशोभित हैं। पता : चिरंजीलाल निरंजनलाल जैन छाबड़ा सर्राफ,सवाई माधोपुर
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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