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________________ जयपुर नगर का जैन समाज 1331 १BAR एवं सदस्य रह चुके हैं । दि.जैन मंदिर जवाहर नगर के तीन वर्ष तक अध्यक्ष रह चुके हैं। इसी तरह दि.जैन मंदिर चंपाराम जी पांड्या के पांच वर्ष तक एवं दि.जैन मंदिर नशियां संगही जी के 20 वर्ष तक अध्यक्ष रह चुके हैं। आप अभी दि. जैन मंदिर चंपारामजी पांड्या के छ: वर्ष से अध्यक्ष हैं एवं दी बैंक आफिसर्स रिटायर्ड एसोशियेशन के तीन वर्ष से अध्यक्ष है। आप अच्छे लेखक भी हैं । विभिन्न जैन व अजैन पत्र पत्रिकाओं में आपके लेख अब तक 95 से भी अधिक प्रकाशित हो चुके हैं । आप कवितायें भी लिखत है एवं आकाशवाणी व दूरदर्शन पर आपकी वार्तायें प्रसारित होती हैं। पता- 5 2 5 जवाहर नगर,जयपुर टेलीफोन- 562387 श्रीमती पनफूल देवी धर्मपत्नी श्री हरकचन्द्र शाह श्री हस्चिन्द्र अजमेरा जयपुर के प्रसिद्ध अजमेरा परिवार में श्री हरिश्चन्द्र अजमेरा का दि. 28 अक्टूबर सन् 1941 को जन्म हुआ ! आप श्री गोपीचन्द जी अजमेरा के तीसरे पुत्र हैं। बी.ए.एल.एल.बी. एवं डिप्लोमा इन लेबर लॉ पास करके आप टेक्सेशन के एडवोकेट बन गये। सन 1962 में आपका विवाह श्री रामचन्द्र कोठयारी की सपत्री स्वर्णलता के साथ हुआ। आपको एक पत्र एवं तीन पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त है। प्रथम पुत्री गायत्री का विवाह हो गया है। द्वितीय पुत्री मीनू ने बी.ए.(आनर्स) कर लिया है जिसका इसी वर्ष विवाह हो गया,पीनाली अभी बी.ए. (अन्तिम वर्ष) में अध्ययनरत हैं । पुत्र का नाम आनन्द है। श्री अजमेरा जी सामाजिक गतिविधियों में भाग लेते रहते हैं। श्री दि. जैन संस्कृत कॉलेज को महासमिति एवं सन्मति पुस्तकालय में कमेटी के सदस्य हैं । बैंक टैक्स कन्सलटेन्ट एसोसियेशन जयपुर के पहले संयुक्त मंत्री रह चुके हैं। संस्थाओं को आर्थिक सहयोग देते रहते हैं । दि. जैन संस्कृत कॉलेज में चौक की फर्श आपके द्वारा बनवाई गई है। इसी तरह अपने ग्राम साहिपुरा में राजकीय स्कूल के लिये कमरे का निर्माण करवाया है। श्री पदमचन्द अजमेरा आपके छोटे भाई हैं । जो स्टेट बैंक आप बीकानेर एण्ड जयपुर में बड़े अधिकारी हैं । सन् 1970 में आपका विवाह लाडनूं के सेठ तोलाराम जो गंगवाल की पौत्री पुष्पा के साथ हुआ। आपके दो पुत्र अमित एवं रोहित पता: 379] मोतीसिंह भोमियों का रास्ता, जौहरी बाजार ,जयपुर
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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