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16/जैन समाज का वृहद् इतिहास
03. नागपुर प्रान्त 04. महाराष्ट्र
05. मालवा प्रान्त 06. ग्वालियर एवं आगरा प्रान्त
07. पंजाब प्रान्त 08. जयपुर प्रान्त 09. ढूंढार एवं शेखावाटी प्रान्त
10. नागौर एवं लाडनूं
सेठ बैंगसुख जी छाबड़ा - सिवनी। सेठ गंगाराम बंशीलाल जी कासलीवाल - नाद गाँव। सेठ हीरालाल जी पाटनी - इन्दौर। मुंशी मूलचन्द जी वकील - मथुरा तथा बाबू गोपीलाल जी गोधा - लश्कर । सेठ छाजूराम जी बड़जात्या - भीवानी। सेठ रामचन्द्र जी बिन्दूका - जयपुर। दीवान परतुलाल जी छाबड़ा - सीकर तथा सेठ प्रेमसुख कजोडीमल जी - सीकर । सेठ चंपालाल जी सबलावत - डेह तथा महादेवलाल जी पाटनी - लाडनू। मुंशी गोविन्दराम जी बड़जात्या - कुचामन और सेठ चंदनमल जी पाण्ड्या - कुचामन । बाबू नांदमल जी तथा मोहरीलाल जी बोहराअजमेर। बिरधीचन्द जी सेठी - सुजानगढ़। कस्तुरचन्द जी अजमेरा - भीलवाड़ा तथा भैरोलाल बाबूलाल जी - उदयपुर (मेवाड़)। श्री सुन्दरलाल जी बैनाड़ा - झालरापाटन ।
11. कुचामन एवं गोरावाटी
12. अजमेर
13. बीकानेर एवं सुजानगढ़ 14. मेवाड़ प्रान्त
15. हाड़ौती प्रान्त
प्रथम अधिवेशन के पश्चात् जैन खण्डेलवाल महासभा के एक के पश्चात् दूसरे अधिवेशन होते रहे। कुछ अधिवेशन स्थल एवं उनके सभापतियों के नाम निम्न प्रकार हैं : 1. द्वितीय एवं तृतीय अधिवेशन - देहली : मुंशी प्यारेलाल जी कासलीवाल, जयपुर। 2. चौथा एवं पांचवा अधिवेशन - ब्यावर (राज.):
रायबहादुर सेठ कल्याणमल जी कासलीवाल,
इन्दौर 3. छठा अधिवेशन - नावौं :
रायबहादुर सेठ टीकमचन्द जी सोनी, अजमेर । 4. सातवौं अधिवेशन - लावा (टौक) (राज.): सेठ प्रभुलाल जी पाण्ड्या, कलकत्ता। 5. आठवा एवं नवम् अधिवेशन - ___ मोजमाबाद (राज.):
सेठ छाजूराम बड़जात्या, भिवानी । 6. दशम अधिवेशन - लाडनू (राज.): मुंशी जमनालाल जी साह, जयपुर । 7. ग्यारहवाँ अधिवेशन - दुर्ग (म.प्र.) : सेठ गजराज जी गंगवाल ।