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________________ 302/ जैन समाज का वृहद् इतिहास कालाजी अपने पिताजी के 6 भाई हैं जिनके नाम श्री विमलचंद, रतनलाल, प्रकाशचन्द, ताराचंद, माणकचन्द एवं कमलचन्द हैं । अंतिम दोनों भाई आपके साथ ही रहते हैं। आप अपने व्यवसाय में दक्ष हैं तथा वर्तमान में आपने जो कुछ उत्कर्ष किया है बह आपकी सतत् अध्यवसाय एवं निष्ठा का सुपरिणाम है । आप एक बार भट्टारकजी की नशियां में शांति विधान की पूजा करा चुके हैं । आपकी दानशील प्रकृति है तथा संस्थाओं का किसी न किसी रूप में सहयोग करते रहते हैं। पता : 52 ए,देवी पथ,तख्ते शाही रोड,रामबाग के सामने,जयपुर श्री रतनलाल गंगवाल श्री रतनलाल गंगवाल युवा समाजसेवी हैं । रेनवाल जिला (जयपुर) के रहने वाले हैं लेकिन व्यवसाय के लिये आप जयपुर आकर रहने लगे हैं । सामाजिक कार्यों में पूर्ण रुचि लेते हैं। वर्तमान में आप श्री दिगम्बर जैन समाजशास्त्री नगर के का है। राज करोसिन डीलर्स एसोसियेशन के मंत्री है,सुभाष नगर नागरिक समिति के संयुक्त मंत्री राजश्री विद्यालय शास्त्री नगर की प्रबन्धकारिणी समिति के अध्यक्ष दिगंबर जैन परमार्थिक ट्रस्ट किशनगढ़ रैनवाल के मंत्री एवं श्री बगरूवाला दि. जैन मंदिर स्टेशन रोड जयपुर के ट्रस्टी हैं । आपके पिताजी श्री गुलाबचंद जी गंगवाल समाज के प्रतिष्ठित महानुभाव हैं । आपकी माताजी विमलादेवी का । स्वर्गवास हो चुका है। ___ आपका जन्म :) मई 1940 को हुआ। बी.कॉम. करने के पश्चात् आपने व्यावसायिक क्षेत्र में पांव रखा । श्रीमती किरणलता सुपुत्री श्री तनसुखराज जी सेठी इंफाल (मनिपुर के साथ आपका विवाह हुआ। दोनों ही पति-पत्नी सरल स्वभाव एवं आतिथ्य प्रेमी हैं । आपको एक पुत्र एवं दा पुत्रियों के पिटा होने का सौभाग्य प्राप्त है । आपका ज्येष्ठ पुत्र श्री अरूणकुमार गंगवाल चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट है । विवाह हो चुका है । पत्नी का नाम अमिता गंगवाल है । आपकी दोनों पुत्रियां सुधा एवं मधु का विवाह हो चुका है। आपकी पत्नी श्रीमती किरणलता जी माध्यमिक परीक्षा पास हैं। अच्छी वक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ती हैं। महिलाओं में कार्य करने की पूर्ण रुचि है। महिला जागृति संघ की श्री रतनलात गंगवाल कर्मठ सदस्या रही हैं। शास्त्री नगर जैन समाज महिला मंडल जयपुर को उपाध्यक्ष एवं स्नेहिल वनिता संघ,जयपुर की संयुक्त मंत्री हैं : मधुर स्वभाव एवं कार्य करने में दक्ष हैं । दोनों से ही समाज को विशेष आशा है। पता : बी. 34, पार्श्वनाथ मार्ग,सुभाष तार,जयपुर
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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