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________________ जयपुर नगर का जैन समाज/287 श्री भागचन्द साह अत्तार श्री भागचंद साह अतार ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने प्रारम्भ में बहुत छोटे रूप में अपना व्यवसाय प्रारम्भ किया लेकिन सतत परिश्रम एवं अध्यवसाय के बल पर आज वे महावीर यात्रा कम्पनी के यशस्वी प्रोप्राइटर हैं । वैसे उनका पैतृक व्यवसाय अत्तारपने का रहा है । इसलिये उन्होंने मैट्रिक पास करके तब्दीव फाजिल को परीक्षा पास की थी । उनके पिताजी श्री कपूरचंन्द जी अत्तार का निधन सम्मेदशिखर जी के पहाड़ पर 27वें टोंक पर दर्शन करते हुआ था। आपका विवाह सन् 1960 में श्रीमती मैना देवी के साथ हुआ। जो मैट्रिक पास हैं । आपको दो पुत्र एवं एक पुत्री की जननी बनने का सौभाग्य प्राप्त है । आपके पुत्र महावीर कुमार का विवाह हो चुका है। आप अपनी बसों द्वारा समाज को तीर्थ यात्रायें कराते रहते हैं । सन् 1981 में श्री पूनमचंदजी गंगवाल के नेतृत्व में बाहवली यात्रा संघ को 30 बसें लेकर सफलता पर्चक यात्रा कराई। जो एक इतिहास बन गया है। जयप जो एक इतिहास बन गया है । जयपुर में जितने भी बड़े विधान आदि के आयोजन होते रहते हैं उनमें आप लागत मात्र पर बस सेवा प्रदान करते हैं। पता-1.661 बोरड़ी का रास्ता, जयपुर 2 महावीर यात्रा कम्पनी.किशनपोल बाजार जयपूर श्री भागचन्द सेठी डिग्गी (टौंक) गांव में जन्मे श्री भागचन्द सेठी अपने मधुर व्यवहार एवं सामाजिक सेवा में रुचि रखने के कारण टौंक फाटक समाज में लोकप्रिय व्यक्ति हैं । आपका जन्म 12 दिसम्बर 1734 को हुअर । पिताजी श्री नाथूलाल जो सन् 1945 में एवं पाताजी सुगनदेबी का स्वर्गवास 1983 में हुआ था । सन् 1957 में राजस्थान विश्वविद्यालय से बी.कॉम.पास किया। । पहिले ट्रांसपोर्ट का कार्य किया और फिर मिष्ठान भंडार स्थापित किया। 20 वर्ष की आयु में रेवाड़ी में श्रीमती अंगूरीदेवी से आपका विवाह हुआ। आपके पांच भाई हैं- श्री चिरंजीलाल जी रतनलाल जी, सूरजमल जी बड़े भाई एवं ताराचन्द जी छोटे भाई हैं । आपको तीन पुत्र एवं चार पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त है । श्री भागचन्द जी तीर्थयात्रा प्रेमी हैं । प्रत्येक माह में तीर्थ यात्रा पर जाने का कार्यक्रम रहता है । मधुवन कॉलोनी में स्थित पार्श्वनाथ मंदिर एवं हलवाई समिति की कार्यकारिणी के सदस्य हैं । पता- आर 12, टेलीफोन कॉलोनी,टौंक फाटक, जयपुर। .
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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