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________________ 286/ जैन समाज का बृहद इतिहास पुत्रियां दो हैं। विशेष- श्री भंवरलाल जी साह भाई जी के नरम से प्रसिद्ध हैं । धार्मिक प्रवृत्ति है और आप स्वाध्यायशाल हैं तथा मुमुटु का जीवन व्यतीत करते हैं। शान्त स्वभावी हैं । पता - शान्ति निदास,ई.51, चितरंजन मार्ग,सी-स्कीम,जयपुर। श्री भागचन्द्र बाकलीवाल सूरजपोल अनाज मंडी में छीतरमल भूरामल व्यावसायिक प्रतिष्ठान के प्रोपाइटर श्री भागचंद बाकलीवाल जीरा धनिया एवं सौंफ के थोक व्यापारों हैं। आपके पिताजी श्री छगनलाल जी समाज में एवं व्यवसाय क्षेत्र दोनों में प्रतिष्ठित व्यक्ति थे। पहिले आप बस्सी (जयपुर) में रहते थे और वहीं से संवत् 1998 में जयपुर आकर व्यवसाय करने लगे। आपका निधन हो गया है। श्री भागचंन्द जी सामाजिक क्षेत्र में पर्याप्त रुचि लेते हैं । दि.जैन अ.क्षेत्र पदमपुरा की प्रबंध कार्यकारिणी समिति के सदस्य हैं । व्यापार मंडल सूरजपोल मंडी के प्रमुख सदस्य एवं कार्यकर्ता है। भादवा सुदी 13 संवत् 1995 को आपका जन्म हुआ। बीए. तक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आपने व्यापारिक क्षेत्र में प्रवेश किया। संवत् 2011 में नावाँ में दि. :-2.55 में पांचूलाल जी झांझरी को सुपुत्री कमलादेवी के साथ आप विवाह सूत्र में बंधे । श्रीमती कपला सुशिक्षित महिला हैं तथा सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने की पूर्ण रुचि रखती हैं । आतिथ्य में आगे रहती हैं। आपके तीन पुत्र एवं एक पुत्री है । ज्येष्ठ पुत्र जम्बू कुमार का विवाह हो चुका है तथा अपने पिता के साथ व्यवसाय में लगे हुये हैं। दूसरे पुत्र दर्शन कुमार फैक्ट्री चलाते हैं तथा तीसरा पुत्र नवीन कुमार फैशन पैलेस के प्रोप्राइटर हैं। पता- 2676 कमल भवन, चूडीबालों का मोहल्ला, फागी मंदिर के पास,जयपुर। श्री भागचन्द साह साह परिवार के भागचन्द साह का जन्म 17 नवम्बर 1943 को जयपुर में हुआ। आपके पिताजी श्री सूरजमल जी माह प्रसिद्ध डीड लेखक थे। आपकी माता श्रीमती उमराव देवी पांचीबाई के नाम से जानी जाती है । साहित्य ती उमराव देवी पांची बाई के नाम से जानी जाती है। साहित्य सुधाकर पास करने के पश्चात् आप बैंक सर्विस में आ गये और वर्तमान में स्टेट बैंक आफ बीकानेर एण्ड जन्मपुर टोडारायसिंह शाखा के प्रबंधक हैं। सन् 1970 में आपका श्रीमती उर्मिला जैन से विवाह हुआ । आप तीन पुत्र दीपक,पीयूष एवं मनीष के पिता हैं । भागचन्द जी सामाजिक व्यक्ति हैं पहले पार्श्वनाथ स्वामी के मंदिर के ट्रस्टी रह चुके हैं । तीर्थ यात्रा पर जाते रहते हैं । आपके बड़े भाई श्री पूनमचन्द जी साह जयपुर के नामी एडवोकेट हैं तथा राजनीतिक कार्यकर्ता हैं । पता- 251, मनीराम जी की कोठी का रास्ता,जयपुर
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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