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________________ जयपुर नगर का जैन समाज /243 को चल बसी । आपने वी कॉम. पास किया और बैंक सेवा में चले गये। सर्विस के मध्य एसोसियेटेड इंडियन इन्स्टीट्यूशन बैंकर्स की बैंक परीक्षा पास की जिसकी परीक्षा इम्पीरियल बैंक आफ इंडिया के माध्यम से होती थी तथा लंदन में उसका है। आपिया 12 मई 1940 को अका दिवानादेषों के बाद पत्र हुआ। आपकी एक मात्र पुत्री हंसा रानी का विवाह श्री पी.सी.बाकलीवाल एम.एस.सी. जियोलोजिस्ट के साथ हो चुका है। श्री छाबड़ा जी जयपुर में महावीर हाई स्कूल में आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में इन्द्र पद से सुशोभित हुये । आपके पिताजी साहब ने चौबीस महाराज के मंदिर का जीर्णोद्धार करवाकर तीन वेदियों का भी जीणोद्धार करवाया । श्री ताराचन्द जी दीवान उदयलाल जी की नशियां के ट्रस्टी हैं । दि.जैन बडा मंदिर तेरहपंथियान का एक बार चुनाव जीत कर मंत्री बन चुके हैं। ज्वैलर्स एसोसियेशन जयपुर की कार्यकारिणी सदस्य रहे। - आप सन् 1937 से 42 तक जयपुर राज्य प्रजामंडल के सक्रिय सदस्य रहे तथा इस अवसर पर जमनालाल जी बजाज जैसे नेताओं के संपर्क में आये। आप राजस्थान बैंक एम्पलायज यूनियन के सन् 1945 से 52 तक फाउन्डर मैम्बर एवं एक्जीक्यूटिव जनरल सेक्रेटरी रहे । छाबड़ाजी सन् 1961 से जवाहरात का कार्य करने लगे। इसके पूर्व वर्ष 1952 से 60 तक ट्रांसपोर्ट का कार्य किया। आल राज.बस ओवरसीज एसोसियेशन के सेक्रेटरी रहे । सन् 1958 में आप इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट कांफ्रेंस बंगलौर में राजस्थान ट्रांसपोर्ट के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया । वहां पर एक्जीक्यूटिव बोडी के सदस्य चुने गये । वर्तमान में आप माणक,नीला,पत्रा के प्रमुख व्यवसायी हैं। पता :जयपुर इन्टरनेशनल ज्वैलर्स कारपोरेशन,घी वालों का रास्ता जयपुर -3 फोन- कार्यालय 563887 केबल स्टार निवास 78381 निवास : विक्रम मेन्सन डी 143 ए सावित्री पथ,बापू नगर, जयपुर 302015 डॉ. ताराचंद पाटनी पाटनी जी होमियोपैथ डाक्टर हैं और अपनी दवाओं से मरीजों की निःशुल्क सेवा करते रहते हैं । आपका जन्म 8 दिसम्बर सन् 1940 को हुआ। एम.ए. एवं होम्योविशारद करने के पश्चात् केन्द्रीय सेवा में कार्य करने लगे। वर्तमान में आप देबुलेशन आफीसर के पद पर जन गणना निदेशालय राज. जयपुर में कार्य कर रहे हैं। आपका विवाह 16 फरवरी सन् 1963 को श्रीमती शांतिदेवी के साथ हुआ। जिनसे आपको दो पुत्र तरूण पाटनी एवं अरुण पाटनी के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आपका ज्येष्ठ पुत्र एम.बी.बी.एस.कर रहा है तथा द्वितीय पुत्र सी.ए. में अध्ययनरत है । आपकी सेवाओं को देखते हुये सन् 1971 में आपको ताम्र मैडल सेन्सस मैडल एवं सन् 1981 में रजत मेडल सेन्सस मेडल भारत सरकार की ओर से दिया गया । पाटनी जो सीधे सादे एवं सरल परिणामी व्यक्ति हैं । आफ्ने गिरनार एवं बुंदेलखंड सहित सभी दक्षिण भारत के तीर्थों की वंदना कर ली है। मुनिभक्त हैं। आपकी पली शांतिदेवी भी धार्मिक कार्यों में रुचि रखती हैं। पता : ए-1 शांति निकेतन,वर्धमान जनरल स्टोर के सामने, किसान मार्ग,जयपुर ।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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