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________________ पूर्वाचल प्रदेश का जैन समाज/165 6. अनिल कुमार,7. राजेश, 8. दीपक कुमार 9. अजित कुमार सभी पढ़ रहे हैं। पुत्रियां • मुश्री सुलोचना, सुशीला, सरिता,पविता - सभी विवाहित । विशेष : 1. नलबाड़ी पंचकल्याणक में मूर्ति प्रतिष्ठित करवाई थी। 2. दोनों के शुद्ध खान-पान का नियम है । मुनियों एवं आर्यिकाओं को आहार देने में पूर्ण रुचि रखते हैं। 3. नलबाड़ी दि. जैन समाज के पिछले 27 वर्षों से मंत्री हैं। 4. नलबाड़ी चैम्बर आफ कॉमर्स के अध्यक्ष । नलबाड़ी पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में प्रधानमंत्री पद पर कार्य किया। महासभा के ट्रस्ट फण्ड के ट्रस्टी हैं। 5. मूलतः मुंडवाडा ग्राम (राज) के हैं यहां संवत् 2000 में व्यवसाय के लिये आये थे। पता :रामप्रताप मूलचन्द,एन.टी.रोड,नलबाड़ी (आसाम) श्री मेघराज पाटनी आयु :83 वर्ष शिक्षा: सामान्य आपके पिताजी श्री मंगलचन्द जी पाटनी का 35 वर्ष की आयु में स्वर्गवास हुआ था । । माताजी श्रीमती सुगनी बाई का तो जब आप 12 वर्ष के थे तभी स्वर्गवास हो गया। विवाह : 16 वर्ष की आयु में श्रीमती मोहनी देवी के साथ सम्पन्न हुआ। ___ संतान : पुत्र-दो 1. श्री चिरंजीलाल जी - 60 वर्ष - धर्मपत्नी श्रीमती शांति देवी - दो पुत्र एवं तीन पुत्रियों की मां हैं। 2. श्री रतनलाल पाटनी, 58 वर्ष, धर्मपत्नी - शांति देवी • पुत्र एक कमल कुमार, विवाहित • एक पुत्र के पिता पुत्र-1, पुत्रिया-पांच - सभी का विवाह हो चुका है । दो अविवाहित हैं। पुत्रियां-पांच - भंवरीबाई,श्रीमती बाई,सुलोचना,शकुन्तला एवं सन्तोष बाई, सभी का विवाह हो चुका है। विशेष : आप मूलतः बेरी निवासी हैं । दोनों पति-पत्नी धार्मिक स्वभाव के हैं । आदर्श महिला विद्यालय श्री महावीर जी के पंच-कल्याणक में माता-पिता के पद से गौरवान्वित हो चुके हैं। डीमापुर के मंदिर में बनने वाली चौबीसी में एक प्रतिमा आपने भी विराजमान की है । दोनों के शुद्ध खान-पान का नियम है । जिसे वीर सागर जी महाराज से लिया था। मुनियों को आहार देते रहते हैं । महासपा के धुव फण्ड ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं । आपकी धर्मपत्नी श्रीमती मोहनी देवी तीन बार दशलक्षण व्रत के उपवास कर
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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