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________________ पूर्वांचल प्रदेश का जैन समाज/123 खड्गासन प्रतिमा की प्रतिष्ठा करवाकर विराजमान करने का यशस्वी कार्य किया। उन्होंने शान्तिवीर नगर में ही एक स्वर्ण की प्रतिमा विराजमान की थी । आपकी धर्मपत्नी श्रीमती कंचन देवी व्रत उपवास करती रहती हैं । ने एक बार लब्धि विधान का तेला भी कर चुकी है। विदेश यात्रा एवं सामाजिक सेवा : सन् 1970 में आप जापान की यात्रा कर चुके हैं। दि.जैन पंचायत डीमापुर के दो वर्ष तक उपाध्यक्ष रहे । चैम्बर ऑफ कामर्स के फाउन्डर सेक्रेटरी रहे हैं । चैम्बर बिल्डिंग ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। आप मारवाड़ी सम्मेलन डीमापुर शाखा के अध्यक्ष,भारतवर्षीय दि.जैन महासभा की ट्रस्ट कमेटी के ट्रस्टी तथा पूर्वान्चल महासभा के क्रियाशील सदस्य हैं । जयपुर कैलगिरी आई हॉस्पिटल में आपने आर्थिक सहयोग लिया है । आपकी धर्म म्गलीगगम राय चुत्रीलाल बहादुर एण्ड कम्पनी आसाम को प्रतिष्ठित एवं पुरानी फर्म है। आसाम के अधिकांश प्रमुख व्यवसायी पहले आपको फर्म में कार्य कर चुके हैं और उसके बाद उन्होंने अपना स्वतन्त्र व्यवसाय प्रारम्भ किया है। आपके तीन भाई और है। सबसे बड़े बसन्त कुमार जी हैं। आयु 47 वर्ष है एवं धर्मपत्नी का नाम हीरामणि देवी है। आप दो पुत्र एवं एक पुत्री के पिता हैं । दूसरे भाई राज कुमार जी 42 वर्षीय हैं। पत्नी का नाम रंजना देवी है। दो पुत्र एवं एक पुत्री के पित्ता हैं। तीसरे भाई अजय कुमार है । 35 वर्षीय युवक है। धर्मपत्नी सन्तोष देवी हैं। तीन पुत्रों के पिता हैं । पता : कंवरीलाल सोहनलाल एण्ड कम्पनी,सरकुलर रोड,डीमापुर (नागालैण्ड) श्री सोहनलाल पाटनी श्री पाटनी जी गौहाटी जैन समाज के ऐसे उदारमन सज्जन हैं जिनके नाम से सभी परिचित है । उनका जन्म 18 आगस्त,1925 को हुआ । प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् उन्होंने बंगला, असमिया भाषा का ज्ञान प्राप्त किया। पहले उन्होंने पश्चिम बंगाल एवं दिल्ली | में कपडा व्यवसाय प्रारम्भ किया लेकिन फिर गौहाटी आकर हार्यस विक्रेता के रूप में अपना व्यवसाय करने लगे। इस कार्य में उन्हें पर्याप्त सफलता मिली । आप जब 16 वर्ष के थे तभी श्रीमती भंवरी देवी के साथ 10 जून,1941 को विवाह सूत्र में बंध गये। आपको एवं श्रीमती भंवरी देवी को तीन पुत्र एवं पांच पुत्रियों के माता-पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। ज्येष्ठ पुत्र उत्तम चन्द का जन्म 11 अगस्त,1955 को हुआ । उनकी पत्नी शोभा देवी दो पुत्र एवं एक पुत्री की मां हैं। दूसरे पुत्र उदय कुमार का जन्म 19 जनवरी,1959 को हुआ। उनकी धर्मपत्नी रीता देवी को 2 पत्री की जननी बनने का सौभाग्य प्राप्त है। तीसरे पत्र डॉ.राजेन्द्र कुमार एम.एस.जनरल सर्जरी हैं । इनका जन्म 26 अगस्त,1960 को,विवाह 17 जनवरी,1987 को सम्पन्न हुआ । पत्नी का नाम कविता है । वर्तमान में आप टाटा मेडिकल इन्स्टीट्यूट बंम्बई में कार्यरत हैं। आपके एक मात्र पुत्री चारू है। भंवरीदेवी धर्मपली मोहनलाल आपकी पांच पुत्रियों में बिमला,कौशल्या, शर्मीला,शशि एवं शोभा सभी का विवाह हो चुका है। पारनों
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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