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________________ 110/ जैन समाज का वृहद् इतिहास श्री मांगीलाल छाबड़ा श्री छाबड़ा जी नागालैण्ड के प्रमुख उद्योगपति हैं। आपका जन्म किराडा (गंगानगर राज) में दि. 4 अक्टूबर, 1934 को हुआ। सामान्य शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आपने व्यावसायिक जीवन में प्रवेश किया। सन 1951 में आपका मैनादेवी के साथ विवाह सम्पन हुआ | आपके पिताजी स्व. नन्दलाल जी छाबड़ा बहुत शान्त स्वभावी तथा धार्मिक प्रवृत्ति के थे। आप उदार प्रवृत्ति के थे तथा तीर्थ क्षेत्रों में आर्थिक सहयोग देना आपका स्वभाव बन गया था। श्री छावड़ा के तीन पुत्र एवं दो पुत्रियां हैं। सबसे बड़े पुत्र विनोद कुमार बी. कॉम. हैं। आपका विवाह हो चुका है। आपकी धर्मपत्नी श्रीमती मंजुला को एक पुत्र एवं एक पुत्री की मांता बनने का सौभाग्य प्राप्त है। द्वितीय पुत्र सुनील कुमार बी. कॉम., सी.एस. एवं एल. एल. बी. हैं। आपकी पत्नी का नाम सीमा है। तृतीय पुत्र राजेन्द्र कुमार 23 वर्षीय युवा हैं तथा अभी अध्ययनरत हैं। श्री छाबड़ा जी की दोनों पुत्रियां सरोज एवं मंजू का विवाह हो चुका हैं। विशेष : धार्मिक सन् 1976 में डीमापुर में आयोजित तीन लोक मण्डल विधान में इन्द्र पद से सुशोभित हुये। डीमपुर मन्दिर की चौबीसी एवं जम्बूदीप में एक-एक मूर्ति विराजमान करने का यशस्वी कार्य कर चुके हैं। सामाजिक : डीमापुर आर्यिका संघ कमेटी के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। स्याद्वाद शिक्षण परिषद सोनागिर के महामंत्री एवं भादि. जैन महासभावी करणी के उपलक्ष महाराणाको द फण्ड रूह कमेटी के चेयरमेन हैं। सभी कमरों का निर्माण करा चुके हैं तथा शेष में निर्माण कार्य चल रहा है। डीमापुर के प्रमुख समाजसेवी एवं अति सम्माननीय श्रेष्ठी हैं। सार्वजनिक छाबड़ा जी सार्वजनिक जीवन में विश्वास करते हैं। डीमापुर टाऊन कमेटी के वायस चैयरमैन रह चुके हैं तथा वर्तमान में डीमापुर चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष हैं। नार्थ रीजन रेल्वे की सलाहकार समिति के सदस्य हैं। पूर्वोत्तर मारवाड़ी सम्मेलन डीमापुर शाखा के अध्यक्ष रह चुके हैं। पी. एण्ड टी. सलाहकार बोर्ड नार्थ-ईस्ट रीजन के सदस्य रहे हैं। विदेश यात्रा लन्दन, पेरिस, जिनेवा, मिलान, फ्लोरेन्स, रोम, वियना, सेल्सबर्ग, म्यूनिख फ्रेंकफुर्त, सेल्स एवं एम्स्टर्डम आद देशों एवं नगरों का भ्रमण कर चुके हैं । श्री फूलचन्द छाबड़ा वर्तमान में आपको आयु 65 वर्ष की है। सामान्य शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आपने व्यवसाय में प्रवेश किया। वैसे आप हिन्दी के अतिरिक्त अभिया, बंगला भाषा " जानते हैं । आपका संवत् 2000 में उमराव देवी के साथ विवाह सम्पन्न हुआ। आप दो पुत्र एवं पांच पुत्रियों के पिता हैं । ज्येष्ठ पुत्र सुरेश कुमार बी.कॉम. हैं। आयु 28 वर्ष की हैं विवाहित है। धर्मपत्नी का नाम रंजू है तथा दोनों को दो पुत्रों के माता-पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हो चुका है। 26 वर्षीय छोटा पुत्र अजित कुमार विवाहित है। उसकी पत्नी अंजू को एक पुत्री प्राप्त हो चुकी हैं। छाबडा जी के पांच पुत्रियां हैं जिनमें कंवरी देवी, सुशीला एवं संगीता का विवाह हो चुका है। सन्तोष बाई एवं शारदा अभी अविवाहित हैं।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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