SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 114
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पूर्वांचल प्रदेश का जैन समाज /97 विवाह संवत् 1987 माघ सुदी 7 डेह में पली :श्रीमती रतनी देवी डेह (राज) धार्मिक प्रवृत्ति । व्रत उपवास करने में पूर्ण रुचि,दो बार दशलक्षण व्रत के उपवास एवं एक बार अष्टालिका में आठ दिन के उपवास कर चुकी हैं। 20 वर्ष से शुद्ध खान-पान के नियम का पालन कर रही हैं । मुनियों को आहार देने में बहुत रुचि है। परिवार : पुव पांच 1. प्रकाशचन्द :बी.कॉम,46 वर्ष की आयु,विवाहित पत्नी श्रीमती किरणदेवी,एक पुत्र एवं चार पुत्रियां,श्री निर्मल कुमार जी सेठी के साढू हैं । दो पुत्रियों की शादी हो चुकी है। 2. शान्तिकुमार :बी.कॉम.,39 वर्ष की आयु,पली सुशीला देवी, सुपुत्री नेमीचन्द जी U बड़जात्या (नागौर), कलकत्ता,दो पुत्र एक पुत्री । दोनों भाई नाहर कटिया में व्यवसायरत हैं। रतनी देवी धर्मपत्नी वयचन्द लाल पाटनी 3. महावीर प्रसाद : बी.कॉम., 33 वर्ष, पत्नी संतोष देवी, दो पुत्र। संतोषदेवी ने दशलक्षण व्रत किये थे। 4. अशोक कुमार : वी.कॉम., 30 वर्ष पत्नी-प्रेमदेवी,दो पुत्र दोनों भाई गौहाटी में व्यवसायरत हैं। 5. बिमलकुमार : बी.कॉम., 28 वर्ष पत्नी संगीता-विमल कुमार दशलक्षण व्रत के उपवास कर चुके हैं। धार्मिक : दोनों पति-पत्नी ने ब्रह्मचर्य व्रत ले रखा है। दोनों का ही पूर्णत: धार्मिक जीवन है । पाटनी जी प्रभावशील व्यक्ति हैं, लोकप्रिय हैं तथा त्यागी एवं सत्यशील हैं । सामाजिक तिनसुकिया दि. जैन पंचायत के 37 वर्ष से मन्त्री हैं। यहां सम्पत्र वेदी प्रतिष्ठा समारोह के महामंत्री रह चुके हैं । नेशनल चैम्बर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष,हिन्दी,इंगलिश हाईस्कूल सोसायटी के उपसभापति रह चुके हैं । मारवाड़ी पंचायती धर्मशाला के वर्तमान में प्रधानमंत्री,तिनसुकिया एजयूकेशन ट्रस्ट के ट्रस्टी है । हिन्दी एस हाईस्कूल के उपसभापति,न्यू हाई स्कूल एवं न्यू प्राइमरी स्कूल की मैनेजिंग कमेटी के उपसभापति, भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन, तिनसुकिया शाखा के उपसभापति, भा. दि.जैन महासभा पूर्वान्चल शाखा के उपसभापति एवं केन्द्रीय समिति की कार्यकारिणी के सदस्य,तिनसुकिया श्मशान भूमि समिति के कोषाध्यक्ष, भैरूबक्स मूलचन्द छाबड़ा चेरीटेबिल मुढ़कुवाखाना (आसाम) के ट्रस्टी हैं। श्री अनाथ गोरक्षा समिति, डेह (राज) की कार्यकारिणी के सदस्य हैं । पूज्य आर्यिका सुपार्श्वमती जी के संघ का तिनसुकिया में चातुर्मास के समय महामंत्री के रूप में कार्य किया तथा इनके अतिरिक्त तिनसुकिया की अन्य सभी संस्थाओं से जुड़े हुये हैं । तिनसुकिया समाज के प्रमुख समाजसेवी,आसाम प्रदेश के अत्यधिक सम्मानित व्यक्ति हैं । सेवाभावी जीवन जीने वाले हैं। पता : जयचन्द लाल जैन एण्ड कम्पनी,एटी रोड़,तिनसुकिया (आसाम)
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy