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________________ पूर्वांचल प्रदेश का जैन समाज /93 पुत्रियां 3 हैं। प्रथम पुत्री पुष्पा का निधन हो चुका है। सरोज बी. ए. है तथा उनका विवाह भी हो चुका है। तृतीय पुत्री सुमन कुमारी अभी अविवाहित है। विशेष : श्री पहाड़िया जी इम्फाल के प्रतिष्ठित सज्जन हैं। धार्मिक रुचि रखते हैं। किशनगढ़ पंचकल्याणक में आप दोनों पति-पत्नी सौधर्म इन्द्र-इन्द्राणी के पद से सुशोभित होकर मन्दिर में मुनिसुव्रतनाथ की प्रतिमा विराजमान करने का सौभाग्य प्राप्त किया । नलबाडी पंचकल्याणक के अवसर पर भगवान पर पुष्प वर्षा की। सभी तीर्थों की वन्दना कर चुके हैं। धर्मपत्नी शुद्ध खान-पान का नियम है। आप दोनों ही मुनियों को आहार देने में रुचि रखते हैं। महासभा के तीर्थ क्षेत्र सुरक्षा फण्ड के ट्रस्टी हैं। एसोसियेटेड चैम्बर ऑफ कॉमर्स ट्रस्ट इम्फाल के ट्रस्टी मेम्बर हैं। जयपुर जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्य रह चुके हैं। आपके बड़े भाई श्री मोहन लाल जी हैं। आयु 65 वर्ष। पत्नी मनभर देवी हैं। उनके एक पुत्र एवं पांच पुत्रियां हैं। पुत्र सुशील कुमार बी.कॉम. हैं। विवाहित हैं। पत्नी का नाम सरिता है। एक पुत्र एवं एक पुत्री है। पुत्रियां विमला, सुलोचना, जयकुमारी, रूपादेवी एवं किरण सभी विवाहित हैं। पति-पत्नी के शुद्ध खान-पान का नियम है। दोनों ही ब्रह्मचर्य व्रत धारी हैं। एक बार दोनों ने दशलक्षण व्रत के उपवास भी किये थे। सभी तीर्थों की वन्दना कर ली है। पता : मोहनलाल चन्दनमल जैन, चम्पा निवास, इम्फाल (मणिपुर) 1 श्री चांदमल गंगवाल जन्मतिथि : 60 वर्ष की आयु शिक्षा अष्टम कक्षा तक । माता-पिता स्व. श्री छोगालाल जी आपका स्वर्गवास 70 वर्ष की आयु में करीब 42 वर्ष पहले हुआ । : मातृश्री श्रीमती गुलाब देवी का स्वर्गवास 000 वर्ष की आयु में हुआ। व्यवसाय: होटल, बारदाना । विवाह : 45 वर्ष पूर्व श्रीमती पतासी देवी के साथ सम्पन्न हुआ। सन्तान : आपके दो पुत्रियां एवं एक दत्तक पुत्र हैं । पुत्रियां सुशीला एवं शकुन्तला दोनों विवाहित हैं। पुत्र (दत्तक) श्री अशोक कुमार 31 वर्षीय हैं। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती पुष्पा के दो पुत्रियां है। विशेष : हस्तेडा (राज.) में दि. जैन मन्दिर आपके पूर्वजों द्वारा निर्मित है। अपने धाम हस्तेडा में छोगालाल गुलाब देवी की स्मृति में एक हॉस्पिटल बनवाकर राज्य सरकार को संचालन के लिये दिया हुआ है। आपकी धर्मपत्नी श्रीमती पतासी देवी दशलक्षण व्रत के उपवास कर चुकी हैं। गंगवाल साहब जैन मन्दिर ग्राहम बाजार डिब्रूगढ़ के पिछले 13 वर्ष से अध्यक्ष हैं। आतिथ्य प्रेमी हैं तथा सामाजिक कार्यों में बहुत रुचि लेते हैं। श्री चांदमल जी लेखक के समधी हैं। पता : गंगवाल भवन, पी. एन. रोड, शान्ति पाडा, डिब्रूगढ़ (आसाम)
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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