________________
ज्ञाननिधि क्रीड़ालय
ग्रंथ और ग्रंथकर्त्ता
क्र० ग्रंथ का नाम
ग्रंथकर्ता
34. उत्तरपुराण
1. सत्प्ररूपणा सूत्र 2. पत्र खण्डागम 3. कषाय पाड्ड 4. तिलाय पण्ण नी
आ. पुष्पदन्त जी आ. भूतबलि जी जी गुणधर आ. यतिवृषभ जी 5. भगवती आराधना आ. शिवार्य जी
आ.
११. पद्म पुराण 36. गद्य चिन्तामणी 37. वराग चरित्र 38. धर्म परीक्षा 39. यशस्तिलक (१०). प्रद्युम्न चरित्र 41. पाण्डव पुराण
11. कार्तिक यापेक्षा
7. पूलाच्चार
४. समयस्ार
५. तत्त्वार्थ सूत्र
|(). रत्नकरण्ड
15. परमात्म प्रकाश 16. ज्ञानार्णव
17. द्रव्यसंग्रह
श्रावकाचार
।। सर्वार्थसिद्ध 12. राजवासिंक
आ. समन्तभद्र जी आ. पूज्यपाद जी 46. आयज्ञान आ. अकलंक जी 47. वसुनन्दि का विद्यानन्द जी
13. आप्तपरीक्षा
श्रमित्याचार
14. प्रमेयकमल मार्तण्ड आ. प्रभाचन्द्र जी 48 संगीत समयसार
आ. योगीन्द्रदेव जी आ. शुभचन्द्र जी आ. नेमिचन्द्र जी आ. माणिक्यनन्दि जी
आ. स्वामी कुमार जी आ. घट्टकेर जी आ. कुन्दकुन्द जी आ. उमास्वामी जी
20. प्रमेयरत्नमाला 21. जंबूदीव पण्णत्ती 22. ध्यान सूत्राणि
23. क्षेपणासार
24. आलापपद्धति 25. न्यायदीपिका 26. चारित्रसार 27 मूलाचार प्रदीप 28. सम्मइ सुत्त
79. आचारसार ३) लोकविभाग 31. गणितसार समूह 32. व्याख्याप्रज्ञप्ति 3.3. आदिपुराण
18. परीक्षामुख
आ.
19. पुरुषार्थ सिद्धयुपाय आ. अमृतचन्द्र जी आ. अनन्तवीर्य जी आ. पद्मनंदि जी आ. माघनन्दि जी आ. माधवचन्द जी आ. देवसेन जी धर्मभूषणा जी आ. चामुण्डराय जी आ. सकलकीर्ति जी आ. सिद्धसेन जी आ. वीरनन्दि जी आ. सर्वनन्दि जी आ. महावीर जी आ. बप्पदेव जी आ. जिनसेन जी
आ. गुणभद्र जी आ. रविषेण जी आ. वादीभसिंह जी आ. जटासिंहनन्दि जी
आ. अमितगति जी चम्पू आ. सोमसेन जी
आ. महासेन जी आ. यशकीर्ति जी 42 पेरू मन्दर पुराण आ. वामदेव जी 43. पार्श्वनाथ चरितम् आ. वादिराज जी 44. वागर्थसग्रह पुराण आ. परमेष्ठी जी आ. वजनन्दि जी 45. नवस्तोत्र आ. भट्टवोसरी जी
21
49 लघु सर्वज्ञ सिद्धि 50. सावय श्रम्म दोहा 51. छेद पिण्ड
52. नयचक्र
आ. वसुनन्दि जी आ. पार्श्वदेव जी आ. अनन्तकीर्ति जी आ. लक्ष्मीचन्द्र जी आ. इन्द्रनन्दि जी
53. राद्धान्त 54. चूड़ामणि 55. सुमति सप्तक 56. अथशब्दवाच्य 57. भद्रबाहु चरित्र 158. योगमार्ग 59. सिद्धांतसार 60. रामकथा 61. वादमहार्णव
आ. पल्लवादी आ. आर्यदेव जी आ. वर्द्धदेव जी आ. सुमतिदेव जी आ. वक्रग्रीव जी आ. रत्नकीर्ति जी आ. सोमदेव जी आ. जिनचन्द्र जी
आ. कीर्तिधर जी आ. अभयदेव जी 62. प्राकृत व्याकरणम् आ. श्रुतसागर जी 63. जल्पनिणंस आ. श्रीदत्त जी 64. वादन्याय आ. कुमारनन्दि जी 65. त्रिलक्षणकदर्शन आ. पात्रकेसरी जी fifi, श्रुतबिन्दु आ. चन्द्रकीर्ति जी 67. अलंकार
चिन्तामणि
आ. अजितसेन जी