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________________ २८ गणितानुयोग : प्रस्तावना १२४ यहाँ ६४ = ( १२३४३ ) + १ होता है जो ग्रंथ में उल्लि यहाँ सूत्र ६६८, पृ० ४६२चन्द्र १ युग में कितने मंडल चलता है ? १४.३२ मण्डल होंगे । ग्रन्थ में इसे पंद्रहवें मण्डल का चौथा १ युग में समस्त मुहूर्त संख्या ५४६०० होती है। भाग तथा मण्डल के १२४ भागों में से १ भाग तथा पूर्ण चौदह चन्द्र १ मुहूर्त में १७६८ भाग गमन करता है। मण्डल बतलाया है । वास्तव में १२४ भाग का चौथाई भाग ३१ .:. १ युग में कुल चन्द्र द्वारा चले भाग होता है और १ भाग सहित यह १२४ में से कुल ३२ भाग होता ५४६००x१७६८ = ६७०६३२०० है । अस्तु । चूंकि १०६८०० भागों का एक मण्डल होता है __ पुन: चन्द्र मास में सूर्य कितने मण्डल गति करता है ? एक युग ..:.९७०६३२०० भागों के ९७०५२१० मण्डल होते हैं। में सूर्य के ६१५ मण्डल होते हैं । चन्द्र मास में २ पर्व होते हैं । १०६८०० इस प्रकार १२४ पर्यों में ६१५ सूर्य मण्डल होते हैं इसलिए २ ९७०६३२०० अर्थात् =८८४ मण्डल पर्वो में ११५४२ १८३०=१४.६४. मण्डल प्राप्त होते हैं । १०६८०० इसी प्रकार सूर्य १ युग में कितने मण्डल चलता है ? १ युग में समस्त महूर्त संख्या ५४६०० होती है । सूर्य १ मुहूर्त में १८३० भाग चलता है । खित है। .'. १ युग में सूर्य द्वारा चले गये कुल भाग = इसी प्रकार चन्द्र मास में नक्षत्र कितने मण्डल गति करता ५४६००x१८३० है ? यहाँ नक्षत्र के १ युग में १८३५ अद्ध मंडल होते हैं और चन्द्र पुनः १०६८०० भागों का एक मण्डल होता है मास में २ पर्व होते हैं। अतएव १२४ पर्यों में १८२५ नक्षत्रों के .:.५४६००x१८३० भागों का ५४९००४१८३० । १०६८०० ६१५ मण्डल । मण्डल होते हैं इसलिए २ पर्व में - इसी प्रकार नक्षत्र १ युग में कितने मण्डल चलता है ? यहाँ एक युग में समस्त मुहूर्त संख्या ५४६०० होती है। नक्षत्र १ मुहूर्त में १८३५ भाग चलता है। १४.६६ मण्डल प्राप्त होते हैं । यहाँ ६६ = ( १२४४३) ::. नक्षत्र ५४६०० मुहूर्तों में ५४६००x१८३५ भाग चलता है। +६ होते हैं । अतएव ग्रन्थ में उल्लिखित मान प्राप्त होता है। ::: १०६८०० भागों का १ मण्डल होता है सूत्र ९७०, पृ० ४६३_५४९००४१८३५ .:. ५४६०००x१८३५ भागों का १०९८०० आदित्यमास में चन्द्र कितने मण्डल पर्यन्त गति करता है? यहाँ एक युग में ६० सौर मास होते हैं और ८८४ चन्द्र मण्डल अथवा १८३५ मण्डल या १८३५ अर्द्धमण्डल तय करता है। होते हैं । इसलिए १ सौर मास में =१४ मण्डल प्राप्त सूत्र ६६६ पृ० ४६२-४६३– होते हैं। चन्द्र मास में चन्द्र कितने मण्डल तक गति करता है ? यहाँ । इसके निकालने हेतु ज्ञात है कि एक पंचवर्षीय युग में १२४ पर्व आदित्यमास में सूर्य कितने मण्डल चलता है ? यहाँ एक युग होते हैं तथा ८८४ मंडल होते हैं । एक चन्द्र मास में दो पर्वणी में ६० सौर मास होते हैं और ६१५ चन्द्रमण्डल होते हैं । इसलिए होती हैं। इसलिए १ चन्द्र मास में 5८४२ मण्टल होंगे अशाता . .... ' मण्डल प्राप्त होता है। १२४ ६०
SR No.090173
Book TitleGanitanuyoga
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj, Dalsukh Malvania
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1986
Total Pages1024
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Mathematics, Agam, Canon, Maths, & agam_related_other_literature
File Size34 MB
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