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________________ तृतीय श्रेणी श्री रणजीतसिंह जी जैन आप प्रसिद्ध श्रावक श्री लक्खूराम जी जैन मन्डी कालावाली (जि. सिरसा-हरियाणा) के सुपुत्र हैं। स्वामी श्री छगन लाल जी महाराज के आप परम भक्त हैं। तपस्वी श्री रोशन मुनि जी म० के प्रति भी आपकी विशेष भक्ति है। सामाजिक धार्मिक कार्यों में आप उदारतापूर्वक सहयोग देते हैं। आगम अनुयोग ट्रस्ट के आप सक्रिय सदस्य हैं। श्रीमान जुहारमलजी लम्बाजी साकरिया (सांडेराव) आपका परिवार बहत ही धर्मनिष्ठ तथा उदार मना है। आपकी भाँति आपकी धर्मपत्नी सौ० पानीबाई भी बहुत ही धर्मशीला, सेवापराणय सुधाविका है। आपके सुपुत्र श्री चम्पालाल जी, फुटरमल जी, हस्तीमल जी, और सागरमल जी और रमेशचन्द जी सभी भाई धर्मप्रेमी व गुरुदेव श्री के परम भक्त हैं। आगम अनुयोग ट्रस्ट ; श्री वर्द्धमान महावीर केन्द्र आबू पर्वत आदि संस्थाओं में आपका सक्रिय सहयोग मिलता रहता है।
SR No.090173
Book TitleGanitanuyoga
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj, Dalsukh Malvania
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1986
Total Pages1024
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Mathematics, Agam, Canon, Maths, & agam_related_other_literature
File Size34 MB
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