________________
७४ | गणितानुयोग प्रस्तावना
(३५) उत्तराध्ययन, ल्यूमेन एण्ड शूब्रिंग, अहमदाबाद १६३२ ० जैकोबी, आक्सफोर्ड, १८६५ ह०
(३६) कसाह पाहुड, जयधवला टीका, भाग १- १३, आदि, मथुरा, १९४६
(३७) वृहद क्षेत्र समास, जिनभद्र सूरि, भावनगर, १६७७ (३८) जैन जेम डिक्शनरी, जैन, जे० एल०, आरा १६१८ (३६) साइंस एण्ड सिविलिजेशन इन चाइना, नीधम, जे०,
एवं लिंग, डब्लू ०, भाग ३, केब्रिज, १९५६ (४०) जैनेन्द्र सिद्धान्त कोष (सं० २० सि० [को०) जिनेन्द्र वर्षों भाग १-४, नई दिल्ली (१९७०-१९७३)
"
( ४१ ) तत्वार्थवार्तिक (सं० त० वा० ), अकलंक देव, भाग १-२, बनारस, १९४४
(४२) ए हिस्ट्री आफ नामेलिमेस कूलिज, जे०एस० आक्सफोर्ड, १९४०
1
(४३) जंन सणावली (सं० जे० ल०) बालचन्द्र शास्त्री, भाग १-३ (१९७२ - १६७९), दिल्ली
(४४) दी शुल्ब सूत्र, एस० एन० सेन एवं ए० के० बाग, नई दिल्ली, १९८३
((४५) अर्थ संदृष्टि अधिकार (सं० अ० सं०) गोम्मटसार atesis] कर्मकांड, एवं लम्बिसार पं० टोडरमल की सभ्य ज्ञान चन्द्रिका टीका सहित, कलकत्ता, १९१९ [हस्तलिपि दि० जैन पार्श्वनाथ बड़ा मंदिर, हनुमान ताल, जबलपुर ]
ल०
(४६) भगवती, शतक १ २०, कलकत्ता, वि० सं० २०११ (४७) ज्योतिष करण्डक (सं० ज्यो० क०), सटीक, रतलाम १६२८
(४८) अनुयोगद्वार सूत्र (सं० अनु०सू०), हेमचन्द्र कृत टीका, बम्बई, १९१५-१६
( ( ४१ ) जम्बूद्वीप समास (सं० ज० द्वी० स० ), विजयसिंह कृत टीका, अहमदाबाद, १६२२
(१०) मेवामेटिक्स इन एरियेंट एण्ड मेडीबल इंडिया, ए० के 5० बाग, वाराणसी, १६७६ ?
(५१) जामेट्री इन टि एण्ड मेडीकल इंडिया टी. ए. सरस्वती अम्मां, दिल्ली, १६७६.
. (५२) कांट्रिब्युशन टू दी फाउण्डग आप दी थ्योरी ऑफ ट्रांस्फारनाइट नम्बर्स, जार्ज कैण्टर, लासाले इलिनास, १६५२. (५३) इंट्रोडक्शन टू दी फाउण्डेशंस ऑफ मेथामेटिक्स, आर. एल. वाइल्डर, न्यूयार्क, १९५२
(५४) डी सूर्यप्रज्ञप्ति, जे. एफ. कोल, फरसुख आइनेर टेक्सट गोगटे स्टुटगर्ट, १९२७.
(५५) एकोन्साइल हिस्ट्री ऑफ साइंस इन इंडिया, डी. एम. बोस आदि, नई दिल्ली, १९७१
(५६) भारतीय ज्योतिष, नेमिचन्द्र शास्त्री, वाराणसी,
१६७०.
(५७) दत्त, बी. वी., दी जैन स्कूल ऑफ मेचामेटिक्स, बुले० केल० मेथ० सो० भा० xxi, अ०२, १६२६, पृ० ११५-१४५.
"
(५०) सिंह, ए. एन., मेवामेटिक्स ऑफ धबला, पखंडाराम, ०४. अमरावती, १९४२ ०
(५) सरस्वती, टी० ए० वी मेमामेटिक्स इन द फर्स्ट
फोर महाधिकाराज ऑफ यी त्रिलोक प्राप्ति, जस जी० जे० आर० आर०, अलाहाबाद, भाग १८, १६६१-६२ पृ० २७-५१
(१०) जैन, एल० सी० सेट थ्योरी इन जैन स्कूल ऑफ मेथामेटिक्स, आई० जे० एच० एस० भाग ८१-२, १९७३, पृ० १-२७
(६१) दत्त, बी० बी० दो बख्शाली मेवामेटिक्स, बुले० केल० मेथ०, सो०, भाग xxi, अंक १, १९२६, पृ० १-६०
(६२) जैन, लक्ष्मी चन्द्र, तिलोयपण्णत्ति का गणित, (सं० ति०प०ग०), जम्बूदीव पण्णत्ति संगहो की प्रस्तावना, शोलापुर, १६५८, पृ० १-१०९
(६३) जैन, एल० सी०, डाइवजेंट सीक्वेन्सेज लोकेटिंग ट्रांस्फाइनाइट सेट्स इन त्रिलोकसार, आई० जे० एच० एस०, १२१, १६७७, पृ० ५७-७५
(६४) जैन, एल० सी०, आन सरतेन मेवामेटिकल टापिक्स
ऑफ दी धवला टेक्सट्स ( दी जैन स्कूल ऑफ मेथामेटिक्स), आई० जे० एच० एस० ११.२, १९७६, पृ० ८५-१११
(६५) जैन, एस०सी०, आन दी जैन स्कूल ऑफ मेवामेटिक्स सी० एल० स्मृतिग्रन्थ, कलकत्ता, १९६७, पृ० २६५-२६२
(६६) जैन, एल० सी० मेयामेटिकल कांट्यूिशन ऑफ टोडरमल ऑफ जयपुर, दी जैन एंटीक्वेरी ३०.१. १९७७ पृ० १०-२२
(६७) बाग, ए० के०, बायनामियल थ्योरम इन एश्येिंद इण्डिया, आई० जे० एच०एस०, ११, १९६६, पृ० ६४-७४
CLIC